लखीमपुर में दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस की इस थ्योरी को आरोपियों के परिवार का मानने से इंकार, बेटों के बचाव में दी ये दलील

लखीमपुर में दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस की इस थ्योरी को आरोपियों के परिवार का मानने से इंकार, बेटों के बचाव में दी ये दलील
लखीमपुर डबल मर्डर केस लखीमपुर में दिल दहला देने वाले मामले में पुलिस की इस थ्योरी को आरोपियों के परिवार का मानने से इंकार, बेटों के बचाव में दी ये दलील
हाईलाइट
  • आरोपी युवकों के परिजनों ने उठाए सवाल

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लखीमपुर में डबल मर्डर केस उलझता ही जा रहा है। आरोपी युवकों के परिजनों ने पुलिस के दावे से अलग बयान देकर मामला को तूल दे दिया है। वहां दो सगी दलित बहनों की हत्या के बाद उनके शवों को पेड़ से लटका दिया गया था, जिसके बाद देशभर में हड़कंप मच गया। विपक्षी पार्टियां भी सरकार पर हमलावर हैं और योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही हैं। इसी बीच इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है। एक तरफ जहां यूपी पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। तो वहीं दूसरी तरफ परिवार वाले अपने आरोपी बच्चों को बेकसूर बता रहे हैं।

जबकि मृतिका की पोर्टमार्टम रिपोर्ट में रेप और गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि हो चुकी है। इस रेप व हत्याकांड को लेकर आजतक न्यूज चैनल ने आरोपी लड़कों के परिजनों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि दोपहर में वे लड़के साथ में राशन लेने बाहर गए थे। परिवारीजनों ने कहा कि अगर उनके बच्चों ने कुछ गलत किया होता तो वे घर वापस नहीं आते बल्कि कहीं भाग जाते। परिजनों के इस दावे के बाद पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। 

आरोपी लड़कों के परिजनों ने कही ये बात

मर्डर केस में आरोपी हफीजुरहमान, सोहेल, करीमुद्दीन और जुनैद के परिजनों से एक निजी चैनल ने बात की। गौरतलब है कि सोहेल व जुनैद पर ही आरोप है कि वे लड़कियों को खेत में ले गए। पुलिस का कहना है कि आरोपी लड़कियों को बहलाफुसलाकर बाइक लेकर गए थे, वहीं लड़कियों के परिजनों का आरोप है कि उन्हें जबरन ले जाया गया था। हफीजुरहमान, सोहेल व करीमुद्दनी की माताओं का साफतौर कहना है कि उनके बच्चे बेकसूर हैं। इन तीनों ने ये भी दावा कि उनके बच्चे दोपहर एक बजे से चार बजे के बीच उनके साथ में राशन लेने गए हुए थे। उन्होंने ऐसी कोई गलती की होती तो वो घर क्यों वापस आते, भाग गए होते। 

मृतिका की मां का आरोप

इस पूरे मामले को लेकर मृतक बहनों की मां ने आजतक से बातचीत के दौरान कहा कि वह नहाने के बाद घर के आंगन में स्नान कर वापस आ रही थी, तो उसका एक हाथ बड़ी बेटी पकड़े थी और दूसरा हाथ पर छोटी बेटी सहारा दे रही थी। तभी अचानक बाइस से आए लोगों ने उनकी बेटी का हाथ पकड़कर खींच लिया और उसे ले जाने लगे। इस वक्त मां ने एक लड़के का पैर पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह जमीन पर गिर गई। फिर उन आरोपियों ने जबरन लड़कियों को गाड़ी पर बैठा लिया और ले जाने लगे। फिर मां ने मोहल्ले वालों से मदद की गुहार लगाई। मां ने आरोप लगाया कि बाइक सवार तीनों युवक छोटू के दोस्त थे, जो घर से मुलाकात करने के बाद वापस आ गए। इन्हीं तीनों ने बेटी को अगवा किया था।

पुलिस का दावा

इस मामले में पुलिस गुत्थी सुलझने दावा कर रही है तो वहीं आरोपियों के परिजनों के बयान पर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों बहनों को बहला फुसलाकर आरोपी ले गए और उनके साथ रेप कर उनकी हत्या कर दी। इस घटना को 6 लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था। जिनमें से 5 लोग गैर-हिंदू समुदाय से आते हैं। पुलिस ने दावा किया है कि आरोपियों से दोनों बहने के पहले से ही संबंध थे। एसपी संजीव सुमन ने दावा किया है कि दोनों बहनों की पहले से आरोपी सोहेल व जुनैद की पहचान थी। इन दोनों ने बहनों के साथ रेप किया। इसके बाद दोनों जब शादी का दबाव डालने लगीं तो सोहेल व जुनैद ने हफीजुल के साथ मिलकर हत्या कर दी। पुलिस के दावे से साफ है कि आरोपियों ने पहले झांसा देकर दोनों बहनों से दोस्ती की फिर भरोसा जीता और रेप के बाद घटना को अंजाम दिया। 

Created On :   15 Sept 2022 4:54 PM GMT

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