पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले देश में गूंज रहा हिजाब मुद्दा, प्रियंका गांधी ने किया बिकनी का जिक्र, मलाला ने उठाई अधिकार की अवाज
- शिक्षण संस्थाओं में धार्मिक कट्टरता
डिजिटल डेस्क ,नई दिल्ली। कर्नाटक में उपजा हिजाब विवाद पर पूरे देश में उठने लगा है। देश के साथ साथ इस पर विदेशी दुनिया से भी प्रतिक्रिया आने लगी है। विवाद ऐसे समय उठने लगा है जब देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। कर्नाटक में बना हिजाब मुद्दा दिल्ली और महाराष्ट्र की सड़कों पर देखने को मिल रहा है।
Whether it is a bikini, a ghoonghat, a pair of jeans or a hijab, it is a woman’s right to decide what she wants to wear.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 9, 2022
This right is GUARANTEED by the Indian constitution. Stop harassing women. #ladkihoonladsaktihoon
हिजाब विवाद में प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "चाहे वह बिकिनी हो, घूंघट हो या फिर जींस या फिर हिजाब, यह महिला को तय करना है कि उसे क्या पहनना है, कांग्रेस महासचिव ने ट्वीटर करते हुए लिखा कि महिलाओं को अपने हिसाब से कपड़े पहनने का हक है, जो कि उनको संविधान से मिला है, ट्वीट में प्रियंका ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का हैशटेग भी लगाया है,
“College is forcing us to choose between studies and the hijab”.
— Malala (@Malala) February 8, 2022
Refusing to let girls go to school in their hijabs is horrifying. Objectification of women persists — for wearing less or more. Indian leaders must stop the marginalisation of Muslim women. https://t.co/UGfuLWAR8I
हिजाब मामले में नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने प्रतिक्रिया दी, मलाला ने कहा मुस्लिम लड़कियों को पढ़ाई व हिजाब के बीच किसी एक के चयन के लिए मजबूर किया जा रहा है। हिजाब के चलते मुस्लिम छात्राओं को शिक्षा से दूर किया जा रहा है।
कर्नाटक के उडुपी सरकारी कॉलेज की कक्षा में हिजाब पहनकर आई छात्राओं को कक्षा से बाहर कर दिया, उसके बाद यह मुद्दा तूल पकड़ता गया। और मामला राज्य के साथ पूरे देश में फैल गया। कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनने को लेकर डटी है, वहीं हिंदू छात्र भगवा गमछा डालकर कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं के सामने पहुंच गए। उसके बाद से मामला और गरम गया। महाराष्ट्र में हिजाब के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है । वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय में एक छात्र संगठन ने प्रदर्शन किया।
हिजाब प्रतिबंध के खिलाफ दिल्ली के छात्र सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे वहीं हिजाब के पक्ष में महाराष्ट्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। छात्राओं ने हिजाब पहनने के पक्ष में कोर्ट में याचिका दर्ज की जिस पर अभी फैसला आना बाकी है हालांकि कोर्ट ने बढ़ते मामले के चलते कॉलेज प्रशासन से संस्था को कुछ दिन के लिए बंद करने को कहा है जिसके बाद राज्य सरकार ने तीन दिनों के लिए संस्था को बंद रखने का आदेश दिया है। हिजाब मुद्दा ने अब अन्य राज्यों में भी उठने लगा है। मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री ने शिक्षा संस्थाओं में हिजाब पर रोक लगाने का कहा है। राज्य में सत्तासीन सरकार संस्था की अपनी ड्रेस के पक्ष में है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है कि हिजाब विवाद युवाओं के दिमाग में जहर भरने की साजिश है.
Created On :   9 Feb 2022 9:58 AM IST