गुजरात में बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान
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डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। दक्षिण और मध्य गुजरात में भारी बारिश से खड़ी फसलों, पावर सप्लाई नेटवर्क, जिला और राज्य राजमार्गों, सरकारी और निजी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नुकसान सैकड़ों करोड़ रुपये में हो सकता है। नुकसान का प्राथमिक अनुमान बताता है कि बाढ़ से प्रभावित कुछ ही तालुकों या क्षेत्रों में नुकसान 100 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। बारिश प्रभावित इलाकों में हुए नुकसान का सर्वे शुरू हो गया है।
वलसाड तालुका में 14 गांव प्रभावित हुए हैं। वलसाड के जिला विकास अधिकारी मनीष गुरवानी ने कहा कि सात गांवों में सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और शेष सात गांवों में आज (बुधवार) शाम तक सर्वेक्षण पूरा होने की संभावना है। वलसाड डीडीओ ने कहा कि हरिया पहला गांव है, जहां 79 लोगों को किराना और कपड़े के मुआवजे के रूप में 75,800 रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य गांवों में भी राहत एक या दो दिन में जारी की जाएगी।
अधिकारी के अनुसार, मंगलवार को जिले की 78 सड़कों को बंद कर दिया गया और शाम तक 43 को मरम्मत कर खोल दिया गया, 35 सड़कों की मरम्मत की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि वह भी दिन के अंत तक ठीक हो जाने की संभावना है। अन्य सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र छोटाउदेपुर और नर्मदा जिले में हैं। छोटाउदेपुर के बोडेली तालुका में 24 घंटे में 25 इंच बारिश हुई है। तालुका के 35 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 22 में बड़ा नुकसान हुआ है। बोडेली तालुका के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट उमेश शाह ने कहा कि कुल 22 टीमें, जिनमें से प्रत्येक में चार सदस्य हैं, इन गांवों का सर्वेक्षण कर रही हैं।
शाह ने कहा कि सांखेड़ा तालुका में 22 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से आठ सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। शाह ने कहा, सभी गांवों का सर्वेक्षण चल रहा है। दोनों तालुकों में, जिला पंचायत और राज्य की 27 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। सड़कें और भवन अलग-अलग सर्वेक्षण कर रहे हैं, इसी तरह कृषि विभाग फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण कर रहा है।
8 जुलाई को भारी बारिश के कारण महिसागर जिले के खेड़ापा गांव में एक कच्चा घर गिर गया था, जिसमें सविताबेन पारघी (56) और उनकी दो साल की पोती की मौत हो गई। 12 जुलाई को शिक्षा राज्य मंत्री कुबेरभाई डिंडोर ने खुद पारघी परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा चेक सौंपा था।
जिले के रेजिडेंट अपर कलेक्टर एच. के. व्यास ने बताया कि नर्मदा जिले में जलग्रहण क्षेत्रों (कैचमेंट एरिया) में भारी बारिश के कारण कर्जन बांध ओवरफ्लो हो गया, जिससे ओवरफ्लो क्षेत्र के छह गांव जलमग्न हो गए। नर्मदा जिला प्रशासन ने नुकसान का सर्वेक्षण करने के लिए 34 टीमों को तैनात किया है।
(आईएएनएस)
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Created On :   13 July 2022 3:00 PM IST