जामिया यूनिवर्सिटी: फैशन शो को बताया गैर इस्लामिक, विरोध के बाद रद्द
- 30 मार्च को जामिया में होना था तर्ज ए लिबास का आयोजन
- आम आदमी पार्टी की छात्र शाखा ने किया समर्थन
- विरोध करने वाले 12 छात्र स्टूडेंट ऑफ जामिया ग्रुप के सदस्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में स्थित जामिला मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में एक फैशन शो को इस लिए रद्द कर दिया गया, क्योंकि कुछ छात्रों ने इसे गैर इस्लामिक और अनैतिक बताकर विरोध किया था। कार्यक्रम का विरोध करने वाले 12 छात्र, स्टूडेंट्स ऑफ जामिया ग्रुप के सदस्य बताए जा रहे हैं।
टूरिज्म मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे सदाफ नसर ने बताया कि जामिया पहले ही देश के अंदर अल्पसंख्यकों को लेकर एक स्टीरियोटाइप बना हुआ है। ऐसी घटनाओं से ये स्टीरियोटाइप और मजबूत होता है। दरअसल, एक्सटेसी फेस्टिवल के तहत जामिया में "तर्ज-ए-लिबास" का 30 मार्च को आयोजन किया जाना था, लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही 12 लोगों ने इसका विरोध प्लेकार्ट दिखाकर किया। प्लेकार्ड में लिखा हुआ था कि फैशन शो जामिया के मूल विचार के खिलाफ है।
विरोध में शामिल छात्र मोहम्मद अरशद वारसी ने बताय कि फैशन शो जैसी चीज जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की संस्कृति का हिस्सा नहीं है। आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन सीवाईएसएस ने भी विरोध का समर्थन किया है। सीवाईएसएस के दिल्ली वाइस-प्रेसिडेंट अकदस सामी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से यूनिवर्सिटी में अवरोध पैदा होता है। जामिया की संस्कृति में ऐसे कार्यक्रमों के लिए जगह नहीं है।
Created On :   2 April 2019 1:39 PM GMT