जाकिर नाइक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप, ED ने जब्त की 50 करोड़ की संपत्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने विवादास्पद इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पहली डायरेक्ट चार्जशीट फाइल की है। ED ने मुंबई में एक विशेष अदालत में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत शिकायत दर्ज की। ED ने कहा कि जाकिर पर करीब 193 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
इस मामले में ED ने यह दूसरी चार्जशीट दायर की है। हालांकि जाकिर के खिलाफ फाइल की गई यह पहली चार्जशीट है। अरेस्ट होने के डर से विदेश भाग चुके जाकिर पर 193.06 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। जिसमें से ED ने 50.46 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। ED ने जाकिर को सबसे पहले 2016 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की प्राथमिकी पर बुक किया था। जाकिर फिलहाल मलेशिया में रह रहा है। इस मामले में ED ने मार्च में जाकिर के एक सहयोगी नजमुद्दी साथक को मुंबई से गिरफ्तार किया था।
जाकिर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नजर में उस वक्त आ गया था, जब 2016 में बांग्लादेश में हुए हमले को अंजाम देने वाले आतंकी ने जाकिर को अपना प्रेरणास्त्रोत बताया था। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जाकिर के भाषणों पर कड़ी नजर रखनी शुरु कर दी थी। NIA ने कहा था कि नाइक ने जानबूझकर हिंदुओं, ईसाइयों और गैर-वहाबी मुसलमानों, विशेष रूप से शिया, सूफी और बरेलवी की धार्मिक मान्यताओं का अपमानित किया।
वहीं ED ने अपनी चार्जशीट में कहा था, जांच में पता चला कि जाकिर नाइक द्वारा नफरत फैलाने के ज्यादातर भाषण 2007 से 2011 की अवधि के दौरान दी गई थी। जाकिर IRF द्वारा मुंबई में आयोजित की जाने वाली 10-दिवसीय शांति सम्मेलन में हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ भाषण देता था। यह सम्मेलन IRF द्वारा एक सोची समझी योजना के तहत आयोजित की जाती थी। वहीं जाकिर नाइक अन्य धर्मों के लोग का खुले तौर पर इस्लाम धर्म में परिवर्तित करता था।
Created On :   2 May 2019 8:24 PM IST