धन्यवाद प्रस्ताव: PM मोदी बोले- NPR लाने वाली कांग्रेस अब अछूत बताकर कर रही विरोध

Dhanyawad Prastav PM Modi PM Modi Speech In Rajya Sabha Congress Article 370 Kashmir CAA NPR Modi in Budget Session Udaan
धन्यवाद प्रस्ताव: PM मोदी बोले- NPR लाने वाली कांग्रेस अब अछूत बताकर कर रही विरोध
धन्यवाद प्रस्ताव: PM मोदी बोले- NPR लाने वाली कांग्रेस अब अछूत बताकर कर रही विरोध
हाईलाइट
  • PM मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा
  • PM मोदी ने गिनाईं अपनी सरकार की उपलब्धियां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि "यूपीए के तत्कालीन गृह मंत्री ने NPR के शुभारंभ के समय हर सामान्य निवासी के लिए NPR की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा था कि हर किसी को इसका हिस्सा बनना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि "जिस काम को आप (कांग्रेस) लाए, आगे बढ़ाया, मीडिया में प्रचार कराया, आज उसे ही अछूत बताकर उसका विरोध कर रहे हैं। ये इस बात का सबूत है कि आपके नेरेटिव केवल वोटबैंक की राजनीति के हिसाब से तय होते हैं। यदि तुष्टिकरण का सवाल हो तो विकास और विभाजन में से आप डंके की चोट पर विभाजन को चुनते हैं।"

  • LIVE UPDATES

पीएम मोदी ने कहा कि, "वो कहावत भी आपने खूब सुनी होगी- "जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।" अब तय आपको करना है कि अपनी पसंद बदलें या 21वीं सदी में 20वीं सदी का नॉस्टेल्जिया लेकर जीते रहें।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "जम्मू - कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार वहां के गरीब सामान्य वर्ग को आरक्षण का लाभ मिला। पहली बार जम्मू - कश्मीर में एंटी करप्शन ब्यूरो की स्थापना हुई। पहली बार वहां अलगाववादियों के सत्कार की परंपरा समाप्त हो गई। पहली बार आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई हो रही है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "कांग्रेस और उसके साथी इस देश के राष्ट्र निर्माताओं को भी वोटबैंक की राजनीति के कारण भूलने लगे हैं, ये चिंता का विषय है। जनगणना और NPR सामान्य गतिविधियां है जो देश में पहले भी होती रही हैं। लेकिन जब वोटबैंक राजनीति की मजबूरी हो, तो खुद NPR को 2010 में लाने वाले, आज लोगों में भ्रम फैला रहे हैं।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "जहां तक ईस्ट पाकिस्तान का ताल्लुक है, उसका ये फैसला मालूम होता है कि वहां से नॉन मुस्लिम जितने हैं, सब निकाल दिए जाएं, वो एक इस्लामिक स्टेट है, इस्लामिक स्टेट के नाते वो सोचता है कि वहां इस्लाम को मामने वाले ही रह सकते हैं। गैर इस्लामी लोग नहीं रह सकते हैं।" उन्होंने आगे कहा कि "वहां से हिंदू-ईसाई निकाले जा रहें। बौद्ध भी वहां से निकाले जा रहे हैं।“ ये शब्द उस महापुरुष के हैं जो देश के प्रिय प्रधानमंत्री रहे हैं, ये श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी के हैं। अब आप उन्हें भी कम्युनल कह देंगे, उन्हें भी आप डिवाइडर कह देंगे। ये बयान शास्त्री जी ने संसद में 3 अप्रैल 1964 को दिया था।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "राम मनोहर लोहिया जी ने कहा था कि हिंदुस्तान का मुसलमान जिए और पाकिस्तान का हिंदू जिए, मैं इस बात को बिल्कुल ठुकराता हूं कि पाकिस्तान के हिंदू, पाकिस्तान के नागरिक हैं इसलिए हमें उनकी परवाह नहीं करनी है। पाकिस्तान का हिंदू चाहे कहीं का भी नागरिक हो, उसकी रक्षा करना हमारा उतना ही कर्तव्य है, जितना हिंदुस्तान के किसी हिंदू या मुसलमान का। हमारे समाजवादी साथी हमें माने न माने, लेकिन अब लोहिया जी को नकारने का काम न करे।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "कांग्रेस की मजबूरी समझ आती है, लेकिन केरल के लेफ्ट फ्रंट के हमारे मित्रों को समझना चाहिए कि केरल के मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "CAA को लेकर जो कुछ भी कहा जा रहा है, उसको लेकर सभी साथियों को खुद से सवाल पूछना चाहिए। देश को मिसइनफॉर्म और मिसगाइड करने की प्रवृत्ति को हमें रोकना चाहिए। सदन में ये बताया गया कि देश के अनेक हिस्सों में प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलाई गई। जो हिंसा हुई उसे ही आंदोलन का अधिकार मान लिया गया। बार-बार संविधान की दुहाई दी गई।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "बीते 5 वर्षों से देश के आदिवासी सेनानियों को सम्मानित करने का काम किया जा रहा है। आदिवासियों ने देश की आजादी के लिए जो काम किया है उसके संबंधित म्यूजियम बनें, रिसर्च संस्थान बने, उसे लेकर भी काम किया जा रहा है। आदिवासी बच्चों के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने का काम किया है।" उन्होंने आगे बताया कि "महिला सशक्तिकरण के लिए देश के इतिहास में पहली बार सैनिक स्कूलों में बेटियों के दाखिले को हमने स्वीकृति दे दी है। मिलिट्री पुलिस में महिलाओं की भर्ती का काम भी शुरु हो गया है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "जल जीवन मिशन के अंतर्गत हमने घरों में शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का एक बहुत बड़ा अभियान चलाया है। इसका इम्प्लिमेंट हमारे गांव-गांव की बॉडी करेगी, वही इसकी योजना बनाएगी और उन्हीं के द्वारा घर घर पानी पहुंचाने की व्यवस्था होगी।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "आज छोटे स्थानों पर डिजिटल ट्रांजेक्शन सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है और आधुनिक स्ट्रक्चर के निर्माण में भी टियर-2, टियर-3 शहर आगे बढ़ रहे हैं। आज रेलवे, हाइवे की पूरी श्रंखला है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "अगर हम बदलाव की बात करते हैं, तो कभी कहा जाता है कि बार बार बदलाव क्यों? हमारे महापुरुषों ने इतना महान संविधान दिया, उसमें भी उन्होंने सुधार की व्यवस्था रखी है। हर व्यवस्था में सुधार का हमेशा स्वागत होना चाहिए।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "कोई भी देश छोटी सोच से आगे नहीं बढ़ सकता, हमारी युवा पीढ़ी हमसे अपेक्षा करती है कि हम बड़ा सोचें, दूर का सोचें, ज्यादा सोचें और ज्यादा ताकत से आगे बढ़ें। इसी मूल मंत्र को लेकर हम देश को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।" उन्होंने आगे बताया कि "GST भारत के फेडरल स्ट्रक्चर का एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है। अब राज्यों की भावनाओं का उसमें प्रकटीकरण होता है। हमारा मत है कि जहां समयानुकूल परिवर्तन आवश्यक हैं, परिवर्तन करने चाहिए।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "करीब 25-30 साल से ब्रू जनजाति की समस्या से सभी वाकिफ हैं। ये अनिश्चितता की जिंदगी जी रहे थे, तीन दशकों तक वे यातनाएं सह रहे थे और उनका गुनाह कुछ नहीं था। नार्थ ईस्ट में कांग्रेस और उनके मित्र दलों की सरकारें थीं। आप चाहते तो उनकी समस्य़ा पर सुखद समाचार आप ला सकते थे। इतने वर्षों के बाद उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान करने में हम सफल हुए हैं।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "यहां अर्थव्यवस्था के विषय में चर्चा हुई। देश में निराश होने का कोई कारण नहीं है। अर्थव्यवस्था के जो बेसिक मानदंड है, उनमें आज भी देश की अर्थव्यवस्था सशक्त है, मजबूत है और आगे जाने की ताकत रखती है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "नार्थ ईस्ट अभूतपूर्व शांति के साथ आज भारत की विकास यात्रा का एक अग्रिम भागीदार बना है। 40-50 वर्षों से नॉर्थ ईस्ट में हिंसक आंदोलन चलते थे, लेकिन आज वो आंदोलन समाप्त हुए हैं और शांति की राह पर नॉर्थ ईस्ट आगे बढ़ रहा है। मैं अपडेट करना चाहूंगा कि नार्थ-ईस्ट अभूतपूर्व शांति के साथ आज भारत की विकास यात्रा का एक अग्रिम भागीदार बना है। 40-50 साल से वहां जो हिंसक आंदोलन चलते थे, आज वो आंदोलन बंद हुए हैं और शांति की राह पर पूरा नार्थ-ईस्ट आगे बढ़ रहा है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "आतंकवादियों पर सीमापार से हो रही फंडिग पर नियंत्रण आया। पहली बार अलगाववादियों के सत्कार की संस्कृति समाप्त हुई। पहली बार जम्मू-कश्मीर के पुलिस कर्मियों को वो भत्ते मिल रहे हैं जो अन्य राज्य के पुलिस कर्मियों को मिल रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में पीएम पैकेज समेत अन्य कई योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 का हटना, आतंक और अलगाव को बढ़ावा देने वालों के लिए ब्लैक डे सिद्ध हो चुका है।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू कश्मीर के गरीब सामान्य वर्ग को आरक्षण का लाभ मिला, पहली बार पहाड़ी भाषी लोगों को आरक्षण का लाभ मिला, पहली बार महिलाओं का ये अधिकार मिला कि वो अगर राज्य के बार विवाह करती हैं तो उनकी संपत्ति का अधिकार छीना नहीं जाएगा।" उन्होंने आगे बताया कि उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने लोकसभा में एक बात कही थी - democracy in India is being harmed due to protests on Telangana issue.
अटल जी की सरकार ने उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ बनाएं थे, पूरे सम्मान, शांति और सद्भाव के साथ पहली बार जम्मू-कश्मीर में एंटी करप्शन ब्यूरो की स्थापना हुई, पहली बार वहां अलगाववादियों के सत्कार की परंपरा समाप्त हो गई। पहली बार जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस और सेना मिलकर निर्णायक कार्रवाई कर रहे हैं।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "पुराने कारनामे इतनी जल्दी लोग भूलते नहीं हैं। जब तेलंगाना बना, तो इस सदन का हाल क्या था? दरवाजे बंद कर दिए गए थे, टीवी का टेलीकास्ट बंद कर दिया गया था। चर्चा का तो कोई स्थान ही नहीं बचा था और जिस हालत में वो पारित किया गया था, कोई भूल नहीं सकता।"

Created On :   6 Feb 2020 7:09 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story