किसी भी स्थिति से निपटने को सीआरपीएफ पूरी तरह तैयार - डीजी

किसी भी स्थिति से निपटने को सीआरपीएफ पूरी तरह तैयार - डीजी
किसी भी स्थिति से निपटने को सीआरपीएफ पूरी तरह तैयार - डीजी
जम्मू-कश्मीर किसी भी स्थिति से निपटने को सीआरपीएफ पूरी तरह तैयार - डीजी
हाईलाइट
  • जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने को सीआरपीएफ पूरी तरह तैयार : डीजी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बल पूरी तरह से तैयार है, भले ही तालिबान के कब्जे में आए अमेरिकी हथियार आतंकवादियों के हाथ लग जाएं। यह स्वीकार करते हुए कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से जम्मू-कश्मीर में आतंकी समूहों का मनोबल बढ़ेगा, सिंह ने कहा, अगर वे (तालिबान) इन आतंकी संगठनों को अमेरिकी अत्याधुनिक हथियारों से समर्थन देते हैं, तो सीआरपीएफ उनसे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

बल के बहादुरों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह में सिंह ने कहा कि एक पखवाड़े पहले तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के बाद पैदा हुई स्थिति पर सुरक्षा बल नजर रखे हुए हैं। खुफिया एजेंसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि पाकिस्तान में आतंकी लॉन्च पैड गतिविधियां चला रहे हैं, जो दर्शाता है कि जब पूरी दुनिया अफगानिस्तान पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन एक बड़ी योजना के साथ उग्रवादियों को जम्मू-कश्मीर में धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था के एक सूत्र ने कहा, ऐसे संकेत हैं कि तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन अपने उग्रवादियों को जम्मू-कश्मीर में धकेलने के अपने प्रयास तेज कर रहे हैं। सिंह के अनुसार, पाकिस्तान में सीमा के पास आतंकी लॉन्च पैड गतिविधियां घुसपैठ की योजना का संकेत देती हैं। इस साल फरवरी में युद्धविराम की घोषणा के बाद इन लॉन्च पैड्स को छोड़ दिया गया था।

इनपुट के अनुसार, लगभग 300 आतंकवादियों ने फिर से नियंत्रण रेखा के पार शिविरों पर कब्जा कर लिया है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर भी नजर रख रहा है और तालिबान द्वारा युद्ध से तबाह देश पर पूरी तरह से नियंत्रण करने के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए हाल ही में नॉर्थ ब्लॉक में एक बैठक बुलाई गई थी। घाटी के करीब 70 युवाओं के लापता होने की खबरों से सुरक्षा एजेंसियां भी चिंतित हैं। उन्हें आशंका है कि कुछ युवक उग्रवादी संगठनों में शामिल हो गए होंगे।

(आईएएनएस)

Created On :   1 Sept 2021 11:00 PM IST

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