तेलंगाना में कांग्रेस, TDP और CPI ने मिलाया हाथ, मिलकर लड़ेंगे चुनाव : रिपोर्ट
- TRS और BJP को रोकने के लिए तेलंगाना में बना महागठबंधन
- कांग्रेस
- तेलगु देशम पार्टी और कम्यूनिस्ट पार्टी मिलकर लड़ेंगे तेलंगाना चुनाव
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में विधानसभा भंग होते ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। यहां इस साल के अंत में होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही चुनाव होना लगभग तय माना जा रहा है। इसी बीच राज्य में तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (TRS) से निपटने के लिए विपक्षी दलों ने एक बड़ा कदम उठाया है। यहां कांग्रेस, तेलगु देशम पार्टी (TDP) और कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस गठबंधन में क्षेत्रीय दल तेलंगाना राज्यसभा भी शामिल है। NDTV की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चारों दल आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ मैदान में उतरेंगे। TRS और BJP को रोकने के लिए यह गठबंधन किया गया है। इसके साथ ही तीनों दलों ने तेलंगाना के राज्यपाल से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का भी अनुरोध किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मंगलवार को राज्य के विपक्षी दलों की बैठक हुई, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर मैदान में उतरने का फैसला किया गया। हालांकि सीटों के बंटवारे से जुड़ी कोई बात अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन कहा जा रहा है कि जल्द ही चारों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा शुरू हो जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही केसी राव कैबिनेट ने तेलंगाना विधानसभा को भंग कर दिया था। राव का यह कदम राज्य में जल्दी चुनाव कराने के लिए उठाया गया था। कहा जा रहा है कि TRS नहीं चाहती कि राज्य में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव हो। इसलिए राव सरकार ने विधानसभा भंग की ताकि इसी साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम चुनाव के साथ ही तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव हो सके। हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत यह कह चुके हैं कि यह जरुरी नहीं है कि 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही तेलंगाना में भी चुनाव हो। यह फैसला राज्य में चुनाव की संभावित तैयारियों का जायजा लेने के बाद ही किया जाएगा।
इधर, TRS पार्टी राज्य में चुनाव के लिए अपना अभियान भी शुरू कर चुकी है। विधानसभा भंग करने के कुछ देर बाद ही TRS चीफ केसी राव ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी भी कर दी थी। बता दें कि तेलंगाना विधानसभा में 119 सीटें हैं। यहां बहुमत के लिए 60 सीटों की आवश्यकता होती है। वर्तमान में भंग हुई विधानसभा के वक्त TRS के पास 90 विधायक थे, वहीं AIMIM के 7, BJP के पास 5, TDP के पास 3 और CPI (M) के पास 1 सीट थी।
Created On :   11 Sept 2018 8:55 PM IST