CAB का विरोध: असम के कई शहरों में सड़कों पर आगजनी और फायरिंग
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को लेकर असम में प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। यहां प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वहीं कई क्षेत्रों में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा पुलिस ने हवाई फायर भी किया है।
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में तैनात किए गए पैरा मिलिट्री जवानों को असम बुला लिया है। जम्मू-कश्मीर में तैनात सीआरपीएफ की 10 कंपनियां असम स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर से 20 कंपनियों को बुलाकर असम भेजा है।
#WATCH Assam: Protests continue against #CitizenshipAmmendmentBill2019, in Guwahati. Police also use tear gas shells to disperse the protesters. pic.twitter.com/5lul19ToTO
— ANI (@ANI) December 11, 2019
सुरक्षा बलों को आसानी से असम पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई गई है। दिमापुर में स्पेशल ट्रेन के आने पर एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिपुर में ऑपरेशन के लिए भेजी जा रही सीआरपीएफ की 7 कंपनियों के इंडक्शन ऑर्डर को कैंसल कर दिया है। इन्हें केंद्र सरकार असम भेजने वाली है।
Guwahati: Protest against #CitizenshipAmendmentBill2019 continues in #Assam pic.twitter.com/Bmu6LRRKnZ
— ANI (@ANI) December 11, 2019
CAB को लेकर पूर्वोत्तर के राज्य विरोध कर रहे हैं। पूर्वोत्तर के लोग इस बिल को राज्यों की सांस्कृतिक, भाषाई और पारंपरिक विरासत से खिलवाड़ बता रहे हैं। मंगलवार को असम सहित अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने विरोध में दुकानों को बंद कराया और कई जगह टायर जलाए। इसके अलावा कई ट्रेनों को भी बंद कराया।
इनका खुला रास्ता
बता दें कि लोकसभा में इस बिल के समर्थन में 311 जबकि विरोध में 80 वोट पड़े। इसी के साथ बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं के साथ ही सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए बगैर वैध दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा।
Created On :   11 Dec 2019 11:33 AM GMT