बीजेपी ने नूपुर शर्मा पर कार्रवाई की, इधर सरकार ने आंखें तरेरने वाले इस्लामिक देशों को भी सख्त लहजे में समझा दिया, पाकिस्तान को जमकर लताड़ा
- BJP नेताओं की टिप्पणी पर खाड़ी देशों में उबाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के टीवी डिबेट के दौरान पैगम्बर मोहम्मद पर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बीजेपी ने बीते रविवार को निलंबित कर दिया था। नूपुर के इस बयान के बाद आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (ओआईसी) ने नाराजगी जताई। नूपूर के बयान के बाद कतर, कुवैत व ईरान समेत अरब के कई देशों ने भी भारतीय राजनयिक को तलब कर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। जिसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल को 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था।
हालांकि भारत ने इसके बाद अरब देशों को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि भारत सरकार ओआईसी सचिवालय की अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। एक धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं। वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं।
भारत सरकार की अरब देशों को दो टूक
अरब देशों को विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुखद है कि ओआईसी सचिवालय ने प्रेरित, शरारती और भ्रामक टिप्पणी की है। विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि ये निजी स्वार्थों के इशारे पर अपनाए जा रहे विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करता है। भारत सरकार की तरफ से कहा गया कि हम ओआईसी सचिवालय से निवेदन करते हैं कि अपने सांप्रदायिक नजरिए को आगे बढ़ाने से रोके और सभी धर्मों के प्रति उचित सम्मान दिखाएं।
पाकिस्तान को भारत ने लगाई लताड़
नूपुर शर्मा कि विवादित बयान को लेकर पाकिस्तान ने भी अपना विरोध दर्ज कराया। जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि हम पाकिस्तान से आह्वान करते हैं कि वह भारत में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के बजाय अपने देश के अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और कल्याण पर ध्यान दें।
भारत ने पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पाक में हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदियों सहित अल्पसंख्यकों के लगातार उत्पीड़न का दुनिया गवाह है। भारत सरकार सभी धर्मो का सम्मान करती है। भारत में लताड़ लगाए हुआ कहा कि यह पाकिस्तान के लिए अलग है, जहां पर कट्टरपंथियों की प्रशंसा की जाती है और उनके सम्मान में स्मारक बनाए जाते है और उनका गुणगान किया जाता है।
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) June 6, 2022
Created On :   6 Jun 2022 6:44 PM IST