नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ असम में बवाल, परीक्षा रद्द, सड़कों पर उतरे लोग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा नें नागरिकता संशोधन बिल सोमवार को पास हो गया। बुधवार को राज्यसभा में बिल पेश किया जाएगा। वहीं पूर्वोत्तर राज्य असम में इस बिल को लेकर विरोध शुरू हो गया है। नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन और ऑल असम स्टूडेंट यूनियन ने आज (मंगलवार) सुबह पांच बजे से शाम 5 बजे तक 12 घंटे का बंद बुलाया है। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और कॉटन यूनीवर्सिटी की परीक्षा रद्द कर दी गई है।
Assam: Shops closed in Guwahati following a 12-hour "bandh" call by North East Students" Organisation (NESO) and All Assam Students" Union (AASU) against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/LMM3DGflnH
— ANI (@ANI) December 10, 2019
डिब्रूगढ़ में लोगों ने सड़कों पर टायर जलाकर विरोध किया। बिल के विरोध में महिलाएं भी सड़कों पर उतर आई है। प्रदर्शनकारी रेल पटरी और सड़कों पर बैठकर विरोध कर रहे हैं।
Assam: All Assam Students" Union (AASU) holds a protest in Dibrugarh against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/En1Zl7IgzE
— ANI (@ANI) December 10, 2019
Assam: Protest continues in Dibrugarh against #CitizenshipAmendmentBill. pic.twitter.com/hQAXQnY801
— ANI (@ANI) December 10, 2019
गुवाहाटी में बंद के आह्रान के कारण बाजार पूरी तरह बंद हैं। जिसके कारण आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
Assam: Protest continues on the streets of Guwahati against #CitizenshipAmendmentBill. https://t.co/H7BTks6s0T pic.twitter.com/ReD47KDzHA
— ANI (@ANI) December 10, 2019
पूर्वोत्तर राज्य के मूल निवासियों का कहना है कि बाहर से आकर नागरिकता लेने वाले लोगों से उनकी संस्कृति, भाषा और पहचान को खतरा है। स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम को शिवसागर में सड़कों पर प्रदर्शन किया। वहीं नलबारी नगर में असम गण परिषद के तीन मंत्रियों के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर पोस्टर चिपकाए।
वहीं सोमवार को त्रिपुरा में इंडीजीनस पीपल फ्रंट ऑफ त्रिपुरा सहित कई आदिवासी समूहों ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ बंद का आयोजन किया। जिसके चलते त्रिपुरा ट्राइबल एरिया ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (टीटीएएडीसी) के क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित रहा। सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुए और हजारों यात्री बीच रास्ते में फंसे रहे, क्योंकि बंद समर्थक कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा और देश के बाकी हिस्सों के बीच चलने वाले वाहनों और ट्रेनों को आगे जाने से रोक दिया।
Created On :   10 Dec 2019 8:50 AM IST