प्रेस कॉन्फ्रेंस : केजरीवाल ने कहा- निजामुद्दीन मरकज की हरकत गैर जिम्मेदाराना, लापरवाह अफसरों पर भी करेंगे कार्रवाई
- 441 लोगं में कोरोना जैसै लक्षण पाए गए हैं
- 24 पॉजिटिव
- केजरीवाल ने बताया कि 1548 लोगों को मरकज से निकाला गया
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मरकज की हरकत को गैर जिम्मेदाराना बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में आए हजारों लोगों ने देश भर में कोरोनावायरस के फैलने के खतरे को बढ़ा दिया है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मरकज की इस हरकत को गैर जिम्मेदाराना बताया है। केजरीवाल ने कहा, "नवरात्रि चल रही हैं मंदिरों में कोई नहीं है, गुरुद्वारे खाली है, मक्का खाली है, वेटिकन सिटी खाली है। ये ऐसी बीमारी है जिससे बड़े-बड़े देश भी नहीं बचे, ऐसी स्थिति में भी अगर हम गैर-जिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो बहुत दिक्कत होगी।
1548 लोगों को मरकज से निकाला
केजरीवाल ने बताया कि 1548 लोगों को मरकज से निकाला गया है। 441 लोगं में कोरोना जैसै लक्षण पाए गए हैं, जबकि टेस्ट में मरकज के 24 लोग कोरना पॉजिटिव पाए गए हैं। केजरीवाल ने कहा, लोकल ट्रांसमिशन नियंत्रण में है और अब तक कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है। उन्होंने कहा, अगर मार्कज के लोग टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाते हैं तो कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ सकती है। केजरीवाल ने कहा, उनकी सरकार ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को निजामुद्दीन मरकज मामले में एक FIR दर्ज करने के लिए लेटर लिखा है। केजरीवाल ने कहा, यदि निज़ामुद्दीन मरकज़ मामले में किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली में कोरनावायरस के 97 मामले
केजरीवाल ने कहा दिल्ली में अभी कोरोनोवायरस के कुल 97 मामले हैं। इनमें से पांच लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं जबकि दो लोगों की मौत हुई है। एक मरीज वेंटिलेटर पर है और दो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। 86 मरीजों की हालत स्थिर है। केजरीवाल ने बताया कि 97 मामलों में में से 24 मामले निजामुद्दीन मरकज के है। 41 लोग विदेश यात्रा से लौटे हैं, जबकि 22 लोग विदेश से लौटे लोगों के करीबी रिश्तेदार है। 10 मामलों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
तेलंगाना में 6 की मौत
निज़ामुद्दीन की मरकज़ से देश के करीब 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोग पहुंचे हैं। अंडमान पहुंचे 9 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गये हैं। वहीं इन्हीं में एक मरीज़ की पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई धार्मिक सभा में शामिल हुए थे। धार्मिक सभा में शामिल होने के बाद तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर पहुंचे कुछ लोगों में भी कोरोनावायरस के लक्षण पाए गए हैं। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में एक 65 वर्षिय व्यक्ति की कोरोनावायरस से मौत भी हो गई थी।
इस्लाम की शिक्षा के लिए की गई थी स्थापना
बता दें कि तब्लीगी जमात की स्थापना 1926-27 में की गई थी। दरअसल, मुगल काल में कई लोगों ने इस्लाम कबूल कर लिया था। मुगल काल के बाद जब अंग्रेज देश में आए तो आर्य समाज ने फिर उन लोगों का शुद्धिकरण कर उन्हें हिन्दू धर्म में प्रवेश कराने की शुरूआत की। ऐसे में मुसलमानों के बीच इस्लाम की शिक्षा देने के लिए मौलाना इलियास कांधलवी ने निजामुद्दीन में स्थित मस्जिद में तबलीगी जमात की स्थापना की। तब्लीगी जमात के मुख्य रूप से 6 उद्देश्य है। ये कलिमा (अल्लाह को एक मानना), सलात (नमाज), इल्म (शिक्षा), इक्राम-ए-मुस्लिम, इख्लास-ए-निय्यत, दावत-ओ-तब्लीग है।
Created On :   31 March 2020 6:48 PM IST