एंटीलिया केस: मुंबई स्पेशल कोर्ट ने वझे की NIA हिरासत 7 अप्रैल तक बढ़ाई, रडार पर एक और आईपीएस अधिकारी

Antilia case: Mumbai special court extended NIA custody of Vazh till 7 April
एंटीलिया केस: मुंबई स्पेशल कोर्ट ने वझे की NIA हिरासत 7 अप्रैल तक बढ़ाई, रडार पर एक और आईपीएस अधिकारी
एंटीलिया केस: मुंबई स्पेशल कोर्ट ने वझे की NIA हिरासत 7 अप्रैल तक बढ़ाई, रडार पर एक और आईपीएस अधिकारी
हाईलाइट
  • NIA ने कहा- वझे के जॉइंट अकाउंट वाले लॉकर में 26 लाख रुपए मिले
  • मामले में एक आईपीएस की भूमिका सामने आ रही है
  • सचिन वझे को भाई से 5 मिनट की मुलाकात की इजाजत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई की एक विशेष अदालत ने शनिवार को एंटीलिया केस में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के सस्पेंड API सचिन वझे की कस्टडी 7 अप्रैल तक बढ़ा दी। वझे एसयूवी मामले और ठाणे के व्यवसायी की हत्या मामले में मुख्य आरोपी है।

स्पेशल कोर्ट ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को निर्देश दिए हैं कि वझे को हर तरह की मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 13 मार्च को गिरफ्तार किए गए वझे की हिरासत अवधि आज खत्म हो रही थी। इसके मद्देनजर NIA की टीम वझे को लेकर स्पेशल कोर्ट पहुंची। कोर्ट लाने से पहले NIA ने वझे की मेडिकल जांच भी कराई। अदालत ने साथ ही एनआईए को अगली सुनवाई में आरोपी की विस्तृत स्वास्थ्य रिपोर्ट पेश करने को कहा।

25 फरवरी को एंटीलिया के पास एक एसयूवी स्कॉर्पियो मिली थी, जिसके बाद हिरेन की रहस्यमय मौत हो गई थी, जिसका शव 5 मार्च को ठाणे क्रीक से बाहर निकाला गया था। दोनों मामले ने राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया और 12 मार्च को वाजे की गिरफ्तारी हुई।

मामले में एक आईपीएस की भूमिका सामने आ रही है
वहीं दूसरी ओर अब इस पूरे प्रकरण में एक आईपीएस की भूमिका सामने आ रही है। इसके बाद से वह आईपीएस अधिकारी एनआईए के रडार पर हैं। एंटीलिया विस्फोटक मामला और मनसुख हिरेन हत्याकांड की जांच कर रही एनआईए को इस पूरे प्रकरण में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका की भनक लगी है। कहा जा रहा है कि खुद सचिन वाजे ने ही एनआईए की पूछताछ में उस आईपीएस अधिकारी का नाम लिया है। हालांकि एनआईए ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है कि वह कौन आईपीएस अधिकारी है। लेकिन एनआईए को इसके सुराग मिले हैं कि इस मामले में उस अधिकारी ने सचिन वाजे की मदद की है। माना जा रहा है कि एनआईए की टीम जल्द ही उससे पूछताछ कर सकती है।

NIA ने कहा- वझे के जॉइंट अकाउंट वाले लॉकर में 26 लाख रुपए मिले
कोर्ट में ASG अनिल सिंह NIA का पक्ष रख रहे हैं। शनिवार को हुई सुनवाई में उन्होंने कहा कि मीठी नदी से काफी खराब हालत में मिली DVR और CPU की जांच की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सचिन वझे के पास से बरामद डायरी में भारी मात्रा ने पैसों के लेनदेन के कई सबूत मिले हैं। उनके पास से एक अज्ञात शख्स का पासपोर्ट भी मिला है।

सिंह ने कहा कि 2 अप्रैल को जब्त की गई एक मर्सिडीज कार की जांच अभी बाकी है। हमें विनायक शिंदे और वझे को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करनी है। वझे का एक जॉइंट अकाउंट है और एक लॉकर की जानकारी भी मिली है। इसमें 26 लाख रुपए थे। इसकी भी जांच की जानी है। इसके जवाब में सचिन वझे के वकील आबाद पोंडा ने कहा कि नदी से बरामद सभी सबूत प्लांट किए गए हैं। सचिन वझे का वर्सोवा बैंक में कोई अकाउंट नहीं है।

सचिन वझे को भाई से 5 मिनट की मुलाकात की इजाजत
इधर, सचिन वझे के भाई सुधाराम ने NIA की स्पेशल कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर उनसे मुलाकात की इजाजत मांगी थी। सुधाराम ने सचिन को कपड़े देने के लिए कोर्ट रूम में ही 5 मिनट की मुलाकात का समय देने की गुजारिश की थी। अदालत ने इसे मान लिया। इसके बाद कोर्टरूम में ही सचिन और सुधाराम के बीच 5 मिनट की मुलाकात हुई।

सचिन वाजे की महिला मित्र से रातभर हुई पूछताछ
एनआईए ने सचिन वाजे की कथित महिला मित्र को हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ शुरू की है। हालांकि अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। बृहस्पतिवार की रात एनआईए की टीम मुंबई से सटे ठाणे के मीरा रोड इलाके में सेवन इलेवन कॉम्प्लेक्स में पहुंची। इस कॉम्प्लेक्स के सी विंग का फ्लैट नंबर 401 मीना जार्ज के नाम पर किराए पर लिया गया है।

मुंबई के एक होटल से वसूली रैकेट चला रहा था वझे
इधर, सचिन वझे को लेकर NIA ने एक नया खुलासा किया है। सूत्रों के मुताबिक, सचिन वझे मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित एक 5 स्टार होटल के एक कमरे से कथित तौर पर फिरौती का एक रैकेट चला रहा था। इस कमरे को जावेरी बाजार के एक बिजनेसमैन ने 100 दिनों के लिए बुक किया था, जिसके लिए 12 लाख का भुगतान किया जा चुका था।

100 दिनों के लिए बुक था कमरा नंबर 1964
NIA की जांच में सामने आया है कि सचिन वझे के लिए मुंबई के एक ट्रैवल एजेंट ने स्वर्ण कारोबारी के कहने पर 19वें फ्लोर पर कमरा नंबर 1964 बुक करवाया था। ID प्रूफ में होटल को उनका फेक आधार कार्ड दिया गया था, जिसमें वझे का नाम सुशांत सदाशिव खामकार दर्ज था। केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) को होटल से कई सबूत हाथ लगे हैं। इनमें CCTV फुटेज, बुकिंग रिकॉर्ड और स्टाफ का बयान शामिल है।

छिपने के लिए बुक करवाया था होटल का कमरा
NIA सूत्रों के मुताबिक, वझे को यह आशंका थी कि आने वाले समय में उसे छिपना पड़ सकता है। इसलिए उसने यह तैयारी पहले से कर ली थी। नरीमन पॉइंट स्थित होटल के एक कमरे में तलाशी टीम को ज्यादा कुछ नहीं मिला, लेकिन स्टाफ के बयान से यह स्पष्ट हुआ है कि वझे से मिलने के लिए कुछ लोग यहां जरूर आए थे। वझे यहां 16 से 20 फरवरी तक रुका था। NIA ने यहां से 35 कैमरों के फुटेज जब्त किए हैं।

Created On :   4 April 2021 12:17 AM IST

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