असम: कोरोना के बीच अफ्रीकी स्वाइन फ्लू का कहर, 13 हजार से ज्यादा सुअरों की मौत
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। देश में कोरोना संकट के बीच अब अफ्रीकी स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। इसके संक्रमण के कारण असम में 13 हजार से ज्यादा सुअरों की मौत हो गई है। इस बीमारी ने राज्य के करीब 9 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक, असम में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के संक्रमण से पहले सुअर की मौत फरवरी महीने में हुई थी। यह संख्या अब तक बढ़कर 13 हजार से ज्यादा हो गई है।
African Swine Flu has claimed the lives of around 13000 pigs in Assam. Kaziranga National Park authorities have dug a canal in Agoratoli range to deter wild boars from going to nearby villages, in order to save them from the disease: Assam Animal Husbandry Minister Atul Bora pic.twitter.com/BFdQq1z2f3
— ANI (@ANI) May 11, 2020
असम के पशुपालन एवं पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया और जंगली सुअरों को इस बीमारी से बचाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा, राज्य में यह संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने जंगली सुअरों को आस-पास के गांवों में जाने से रोकने के लिए अगोराटोली रेंज के अंदर छह फिट गहरी और दो किलोमीटर लंबी नहर खोदी है।
Spoke to mediapersons on our Govt"s efforts to contain African Swine Fever (ASF) of pigs in Assam.
— Atul Bora (@ATULBORA2) May 10, 2020
Stringent biosafety measures are the way out to stop spread of the outbreak. I request piggery owners to abide by Govt"s guidelines in this regard. pic.twitter.com/B2CGKLTIIt
मंत्री अतुल बोरा ने ट्वीट कर बताया, अफ्रीकी स्वाइन फ्लू की वजह से असम में सुअरों की मौत का आंकड़ा 13, हजार 382 हो गया है। कामरूप (एम), गोलाघाट और माजुली जिलों में सुअर के मांस की बिक्री और उपभोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। हमारी टास्क फोर्स सुअरों को इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए हर संभव उपाय कर रही है।
The death toll of pigs in Assam due to ASF has reached 13,382. Sale and consumption of pork have also been banned in Kamrup (M), Golaghat and Majuli districts.
— Atul Bora (@ATULBORA2) May 10, 2020
Our Task Force is taking all possible preventive measures to protect the pigs from the dreaded disease.
Created On :   11 May 2020 1:08 PM IST