रांची: देशभर में विरोध के बाद कोर्ट ने वापस ली कुरान बांटने की शर्त
- ऋचा ने कहा था
- नहीं बांटना चाहतीं कुरान
- फैसले में कोर्ट ने किया संशोधन
- विवादित पोस्ट करने का है आरोप
डिजिटल डेस्क, रांची। सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में रांची की कोर्ट ने अपने फैसले में संशोधन कर लिया है, विवाद के बाद कोर्ट ने अब कुरान बांटने की शर्त को फैसले से हटा लिया है। आपको बता दें कि रांची की छात्रा ऋचा भारती पर धर्म विशेष के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप लगा था। कोर्ट के फैसले का देशभर में विरोध हो रहा था।
कोर्ट ने इस मामले में ऋचा को सशर्त जमानत दी थी, शर्त के मुताबिक उसे कुरान की पांच प्रतियां बांटनी होंगी। इसका विरोध करते हुए ऋचा ने कहा था कि वो कुरान नहीं बांटना चाहती हैं, जिसके बाद कोर्ट ने फैसले से शर्त को हटा लिया। पुलिस ने एक शिकायत के बाद ऋचा को गिरफ्तार कर लिया था, उसे जेल भेज दिया गया था। पुलिस की कार्रवाई के बाद लोगों ने शनिवार को थाने के बाहर प्रदर्शन किया था।
कोर्ट के आदेश के बाद मामले के जांच अधिकारी ने कहा था कि कुरान बांटने की शर्त को लागू कराने में समस्या खड़ी हो सकती है, इसलिए इसे हटा दिया जाए। जांच अधिकारी की याचिका को सरकार के सहायक लोक अभियोजक ने फॉरवर्ड करते हुए कोर्ट से अपील की थी कि वह इस फैसले में संशोधन करें।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि ऋचा को अंजुमन इस्लामिया कमेटी और चार पुस्तकालयों में कुरान की 5 प्रतियां बांटनी होंगी। कोर्ट ने ये सब प्रशासन की मौजूदगी में करने की हिदायत दी थी, कोर्ट ने ये भी कहा था कि कुरान देने की रशीद ऋचा को 15 दिनों के अंदर कोर्ट में जमा करनी होगी।
कोर्ट के फैसले पर ऐतराज जताते हुए ऋचा ने कहा था कि दूसरे समुदाय के लोग भी ऐसी पोस्ट करते हैं, लेकिन उन्हें हनुमान चालीसा पढ़ने या मंदिर जाने का आदेश कभी नहीं दिया गया। ऋचा ने कई चैनलों को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मैं कुरान नहीं बांटना चाहती हूं। उन्होंने कहा था कि आज कुरान बांटने को कह रहे हैं, कल कहेंगे की इस्लाम स्वीकार कर लो।
Created On :   17 July 2019 9:44 PM IST