गोरखपुर में फिर मौत का तांडव, 48 घंटे में 30 नवजातों की मौत
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डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। गोरखपुर का बाबा राघव दास (BRD) अस्पताल बच्चों की कब्रगाह बन गया है। बीते 48 घंटों में यहां 30 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस अस्पताल में मौत का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कम्युनिटी मेडिकल डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर डॉ. डीके श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि मौत का सिलसिला कई महीनों से लगातार जारी है। अब तक 1300 बच्चों की मौत सिर्फ बीआरडी के बालरोग विभाग में हुई है। इसी अस्पताल में 29,30 अगस्त की रात ऑक्सीजन की सप्लाई रुकने से 36 बच्चों समेत 63 लोगों की जान चली गई थी।
डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि बीते 48 घंटे में मरने वाले 15 बच्चे 1 महीने से कम उम्र के थे, वहीं कुछ बच्चे 6 एक महीने से ज्यादा उम्र के थे, जिनकी मौत इन्सेफेलाइटिस से हुई है। बाकी अन्य की मौत कई अन्य कारणों की वजह से हुई है।जानकारी के अनुसार पिछले 4 दिनों में 55 बच्चों की मौत हो हुई है, जिसमें से 29 मौतें नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट में हुई है और बाकी मौतें इंसेफेलाइटिस सहित अन्य बीमारियों से हुईं हैं। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज का बालरोग विभाग केवल पूरे यूपी में ही नहीं बल्कि देश में बच्चों के बेहतर इलाज के लिए जाना जाता है।
समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर लगाए आरोप
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील यादव ने इस मामले को लेकर योगी सरकार पर वार किया है। उन्होंने कहा कि, "यह कोई पहली घटना नहीं जो गोरखपुर में हुई है। इससे पहले भी ऐसा हो चुका है। इसके बाद भी राज्य की सरकार ने इस मामले की जांच के लिए कुछ नहीं किया। इस सरकार ने बस जनता को रुलाया है। राज्य में मंदिर बनवाने और उनकी साज-सजावट छोड़कर आदित्यनाथ को बच्चों के स्वास्थ्य के मुद्दों को गंभीरता से लेना चाहिए और उनके लिए अच्छी मेडिकल फेसिलिटी और अस्पताल बनवाने चाहिए"।
देश के 14 राज्यों में इंसेफलाइटिस का कहर
इंसेफलाइटिस का कहर पूर्वी यूपी के 12 जिलों में है। यूपी के गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर और देवरिया समेत 12 जिले इसे प्रभावित हैं। साथ ही पश्चिम बंगाल, असम और बिहार समेत 14 राज्यों में भी इसका प्रभाव है।
Created On :   6 Nov 2017 10:07 AM IST