Manmohan Singh Tribute: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए काशी के घाट पर की गई गंगा आरती, जलाए 1001 दीप
- पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का गुरुवार को हुआ निधन
- काशी के घाट पर गंगा आरती कर दी श्रद्धांजलि
- आज सुबह 11.45 बजे होगा अंतिम संस्कार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। दिल्ली एम्स में गुरुवार रात को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (92) का निधन हो गया था। वह गंभीर बीमारियों जूझ रहे थे। उनके निधन के बाद काशी के घाट पर गंगा आरती का आयोजन किया गया और पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस दौरान गंगा सेवा निधि परिवार ने 1001 दीप जलाए।
लोगों के हाथों में थी पूर्व पीएम की तस्वीरें
काशी के विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। आरती के दौरान लोगों ने हाथों में पूर्व पीएम की तस्वीरें ले रखी थीं। आरती से पहले हजारों की संख्या में लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की।
गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी ने इसके बारे में बताया कि काशीवासियों और गंगा सेवा निधि परिवार ओर से पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई है। इसके साथ ही पूर्व पीएम को मां गंगा के तट पर 1001 दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह का निधन हमारे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम लोगों ने मां गंगा और बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना की है कि इस घड़ी में उनके परिवार को संबल प्रदान करें। पूर्व पीएम अपने आप में एक विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। वो बहुत बड़े अर्थशास्त्री थे।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज यानी शनिवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर होगा। अंतिम संस्कार का कार्यक्रम गृह मंत्रालय ने जारी किया है। जिसके मुताबिक अंतिम संस्कार 11:45 बजे किया जाएगा। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई मंत्री और सियासी दिग्गज मौजूद रहेंगे।
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अंतिम संस्कार के दौरान विशेष राजकीय प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसका मकसद देश के प्रति उनके योगदान और उनके पद की गरिमा का सम्मान करना होता है। अंतिम संस्कार से पहले पूर्व पीएम की बॉडी को तिरंगे से लपेटा जाएगा। साथ अंतिम संस्कार के समय उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है, जिसे सर्वोच्च सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
Created On :   28 Dec 2024 1:35 AM IST