मणिपुर में बवाल!: हिंसा की आग में अब भी जल रहा मणिपुर! जिरीबाम में हमलावरों ने जलाए 17 घर, एक महिला के साथ की गई जबरदस्ती, हुई मौत
- मणिपुर मे हिंसा जारी
- 1 महिला की मौत
- जलाए गए 17 घर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा की आग अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां जिरीबाम जिले में 7 नवंबर की रात एक 31 साल की आदिवासी महिला के साथ बलात्कार की घटना हुई। इसके बाद महिला को जिंदा जला दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, हथियारबंद हमलावरों ने गांव में पहले ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसके बाद गांव में जमकर लूटपाट हुई। हमलावरों ने 17 घरों को जलाकर राख कर दिया। पुलिस के मुताबिक, इस घटना में पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने घटना को लेकर शिकायत दर्ज कर ली है। एफआईआर में "नस्लीय और सामुदायिक आधार पर बलात्कार और हत्या" का उल्लेख किया गया है। पीड़िता के पति ने बताया कि ये कृत्य अवैध घुसपैठियों द्वारा किया गया है। बता दें कि, अभी तक पुलिस आरोपियों को पकड़ने में विफल रही है। पुलिस को अनुमान है कि हमलावर स्थानीय इलाकों से हो सकता है।
घटना के बारे में ITAC ने दी जानकारी
इस मामले के बारे में इंडिजिनस ट्राइबल एडवोकेसी कमेटी (ITAC) ने एक बयान जारी कर कहा कि हमलावर गांव घुसने के साथ ही आग लगाना शुरू कर दिया। फिर गोलीबारी शुरू हुई। जिसके चलते गांव के लोग सहम गए। हमले से बचने के लिए गांव के लोग जंगल की ओर अपनी जान बचाने के लिए भागे। इस दौरान एक महिला को हमलावरों ने पकड़ लिया गया। इसके बाद उसके साथ बर्बरता की गई और उसकी हत्या भी कर दी गई। इसी के साथ यह घटना भी मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष का एक और पर्याय बन गई है।
जारी है जातीय संघर्ष
मणिपुर में जातीय संघर्ष बना हुआ है। इसके चलते ही राज्य में जातीय संघर्ष के हिसाब से विभाजन की भी मांग उठ रही है। मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई और आदिवासी कुकी समुदायों के बीच आमने-सामने की लड़ाई जारी है। अब हिंसा संघर्ष में करीब 230 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, मरने वालों की संख्या इससे कही ज्यादा है। जारी हिंसा के चलते 50 हजार लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
Created On :   9 Nov 2024 12:28 PM GMT