अनंतनाग आतंकी हमला: मेजर आशीष धौंचक पंचतत्व में हुए विलीन, नम आखों से लोगों ने दी विदाई, शहादत पर लगे खूब नारे
- आशीष धौंचक पंचतत्व में हुए विलीन
- अगले महीने ही घर आने वाले थे धौंचक
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लोह लेते समय हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले आशीष धौंचक शहीद हो गए थे। जिन्हें आज (15 सितंबर) पंचत्व में विलीन कर दिया गया। बीते दिन जब उनके घर पार्थिक शरीर लाया गया तो चारों तरफ गमगीन माहौल बन गया था। लेकिन जब आज उन्हें अंतिम विदाई देने की बारी आई तो आखिरी यात्रा में अपने शहीद को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। शहीद आशीष धौंचक की याद में लोगों ने नारे लगाए 'जब तक सूरज चांद रहेगा, तब तक आशीष तेरा नाम रहेगा।'
परिवार में पत्नी, तीन बहने और एक बेटी
आशीष धौंचक अगले महीने ही अपने घर आने वाले थे। पानीपत में उनके नए घर का गृहप्रवेश था, जिसके लिए वो हरियाणा आने वाले थे। लेकिन आने से पहले ही वो मातृभूमि के लिए शहीद हो गए। मेजर धौंचक का परिवार पानीपत में किराए के घर में रह रहा था। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो साल की बेटी और तीन बहने हैं। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए शुक्रवार को भारी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे।
जन्मदिन पर गृहप्रवेश लेकिन...
पड़ोसियों के मुताबिक, नए घर के गृहप्रवेश को लेकर आशीष धौंचक बेहद ही खुश थे। जानकारी के मुताबिक, इस समारोह का आयोजन आशीष के जन्मदिन पर ही रखा गया था। जांबाज धौंचक का जन्मदिन 23 अक्टूबर को था। इसी दिन नए घर का पूजन था, जिसके बाद धौंचक का पूरा परिवार नए घर में शिफ्ट हो जाता लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
13 तारीख को हुई थी मुठभेड़
13 तारीख को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुआ। जिसमें चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। जिनमें एक हरियाणा के मेजर आशीष धौंचक भी थे। आतंकियों के सफाया के लिए अभी भी इलाके में पुलिस और सेना की साझा कार्रवाई चल रही है।
Created On :   15 Sept 2023 7:49 AM GMT