मैनपुरी दलित हत्याकांड: 44 साल बाद मृतकों को मिला इंसाफ, कोर्ट ने 3 आरोपियों को सुनाई फांसी की सजा

- मैनपुरी जिला न्यायालय का बड़ा फैसला
- दलित हत्याकांड के 3 आरोपियों को दी फांसी की सजा
- 44 साल बाद मृतकों को मिला इंसाफ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की एक अदालत ने 44 साल बाद दिहुली सामूहिक नरसंहार मामले में मंगलवार को फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान तीन दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। बता दें, इस हिंसा में दलित समुदाय के 24 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कोर्ट ने तीन आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
कोर्ट ने आरोपियों को सुनाई सजा
कोर्ट ने जिन आरोपियों रामसेवक, कप्तान सिंह, रामपाल को फांसी की सजा सुनाई गई है। इस हत्याकांड में कुल 17 आरोपी शामिल थे। इनमें से 13 लोगों की पहले ही मौत हो चुकी हैं। मैनपुरी के दिहुली गांव में 1981 में जातीय हिंसा में 24 दलितों की हत्या हुई थी। इस मामले में शेष तीन आरोपियों को दोषी करार दिया गया है। कोर्ट ने 18 मार्च 2025 को सजा की तारीख तय की थी। इसेक बाद मंगलवार यानी आज कोर्ट ने तीन आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। इस हत्याकांड मामले के बाद देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने घटनास्थल का दौरा किया था।
मालूम हो कि, 18 नवंबर 1981 को फिरोजाबाद के जसराना स्थित ग्राम दिहुली में जाति आधारित हिंसा भड़की गई थी। इस दौरान 24 दलित समुदाय के लोगों को नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस मामले में लायक सिंह ने थाना जसराना में राधेश्याम उर्फ राधे, संतोष चौहान उर्फ संतोषा, राम सेवक, रविंद्र सिंह, रामपाल सिंह, वेदराम, मिठ्ठू, भूपराम, मानिक चंद्र, लटूरी, राम सिंह, चुन्नीलाल, होरी लाल, सोनपाल, लायक सिंह, जगदीश, रेवती देवी, फूल देवी, कप्तान सिंह, कम रुद्दीन, श्याम वीर, कुंवर पाल, लक्ष्मी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
मैनपुरी जिला न्यायालय में हुई सुनवाई
मालूम हो कि, पहले दिहुली गांव मैनपुरी जनपद के तहत आता था। इस वजह से मामला की सुनवाई मैनपुरी जिला न्यायालय में हुई है। दरअसल, मैनपुरी में डकैती न्यायालय नहीं था। ऐसे में मामले को प्रयागराज स्थानांतरित करना पड़ा था। इसके बाद सुनवाई के करीब 15 साल पहले यहां से केस के मैनपुरी स्पेशल जज डकैती न्यायालय भेज दिया गया था। इतने सालों में केस के ज्यादातर आरोपियों की मौत हो चुकी है।
Created On :   18 March 2025 7:19 PM IST