Maha Kumbh 2025: 'संगम में डुबकी लगा लें मन और दिल साफ हो जाएगा', राजीव प्रताप रुडी ने विपक्ष पर बोला हमला

संगम में डुबकी लगा लें मन और दिल साफ हो जाएगा, राजीव प्रताप रुडी ने विपक्ष पर बोला हमला
  • महाकुंभ अग्निकांड को लेकर गरमाई सियासत
  • विपक्षी दलों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए सवाल
  • भाजपा सांसदों ने किया पलटवार

डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला चल रहा है। यहां रोज लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं। मेले में बीते रविवार (19 जनवरी) को बड़ा हादसा हो गया था। यहां के 180 कैंपों में आग लग गई थी। इसमें किसी तरह की जनहानि तो नहीं हुई थी लेकिन टेंट और उनके रखा सामान जलकर राख हो गया था।

इस हादसे को लेकर विपक्ष ने यूपी की योगी सरकार पर महाकुंभ में की गई व्यवस्था को लेकर सवाल किए थे। विपक्ष का कहना था कि इस अग्निकांड के बाद साफ हो गया है कि कुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योगी सरकार द्वारा जो दावे किए गए थे वो झूठे थे। अब बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और साक्षी महाराज ने विपक्षी दलों के नेताओं के आरोपों पर पलटवार किया है।

'उनका मन और दिल साफ हो जाएगा'

राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को एक बार प्रयागराज आकर और संगम में डुबकी लगानी चाहिए। इससे उनका मन और दिल साफ हो जाएगा। जिस तरह से प्रयागराज में अमीर और गरीब वर्ग के लोग यहां आ रहे हैं, यह शायद समानता का प्रतीक है, आस्था, भक्ति और सनातन धर्म का प्रमाण है। और यह सिर्फ एक धर्म की बात नहीं है; पूरी दुनिया की आस्था कुंभ में जुटती है।

उन्होंने आगे कहा, "मैं सात बार का सांसद हूं। मैंने कभी इस तरह का भव्य महाकुंभ नहीं देखा है और मैं नहीं समझता हूं कि इस तरह का कुंभ धरती पर देखने को मिलेगा। यह ऐतिहासिक है। महाकुंभ के भव्य आयोजन के लिए मैं योगी सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूं। इसके अलावा जो इस आयोजन को सफल बनाने वाले जिला प्रशासन के लोग हैं, उनका भी बहुत-बहुत आभार जताना चाहता हूं।"

विपक्ष के पास विरोध करने के अलावा कुछ नहीं

वहीं, भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा, "मैंने इतिहास में ऐसी व्यवस्था कभी नहीं देखी। मैं 1971 से कुंभ मेले में आता रहा हूं और अपना शिविर लगाता रहा हूं। मैं कह सकता हूं कि इस बार की व्यवस्था पहले तो देखने को कभी नहीं मिली। प्रयागराज में भव्य रूप से कुंभ का आयोजन किया गया है। इस कुंभ की खासियत यह है कि इस बार शुभ मुहूर्त 144 साल बाद लगा है। 144 साल के बाद महाकुंभ का नाम सुनकर जनता दौड़ी-दौड़ी यहां पर पहुंच रही है। लोगों में एक धारणा है कि कैसे भी संगम की एक बूंद ही सही, उनके शरीर पर पड़ जाए। महाकुंभ की व्यवस्था पर विपक्ष के आरोप पर उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास विरोध करने के अलावा कुछ नहीं है।"

Created On :   22 Jan 2025 3:06 AM IST

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