किसान आंदोलन 2.0: महापंचायत में सरकार के खिलाफ किसानों ने भरी हुंकार, राकेश टिकैत ने कहा - मांगे पूरी होने तक डटे रहेंगे किसान
- शंभू बॉर्डर पर जारी है किसानों का आंदोलन
- किसान महापंचायत की बैठक में शामिल हुए राकेश टिकैत
- केंद्र सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अन्य मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर सोमवार को किसानों के मुद्दों के संबंध में किसानों री महापंचायत बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौजूद रहे थे। इस दौरान किसान नेता ने बैठक के बात मीडिया से बातचीत करते हुए कहा "जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी तब तक आंदोलन चलते रहेंगे। सरकार पुलिस बल का प्रयोग करती रहती है। बिना पुलिस बल के कोई आंदोलन होता है। बिना पुलिस बल के तो समझौते होते हैं। हमारी रणनीति यह है कि हम जल्दी ही मीटिंग करेंगे और इस पर आगे का फैसला लेंगे। जहां किसानों को रोका जा रहा है, हम वहां से ही आंदोलन करेंगे। यहां जो भी निर्णय होगा, हम सब बैठकर उसी पर कार्य करेंगे।"
किसानों का जारी रहेगा आंदोलन - राकेश टिकैत
इसके बाद राकेश टिकैत ने अधिकारियों को चाहिए कि वे बैठकर किसानों से बातचीत करें। देश में सब चीजों के दाम बढ़ रहे हैं, लेकिन किसानों की जमीन के सर्किल रेट क्यों नहीं बढ़ रहे? क्या किसान की जमीन सस्ती हो जाएगी? यह एक बड़ा मुद्दा है, और अगर सरकार इसका समाधान नहीं करती है तो आंदोलन पूरे देश में चलेंगे। विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग मुद्दे हैं, जैसे यहां भूमि अधिग्रहण का मुद्दा, तो कहीं एमएसपी गारंटी कानून, फसलों के दाम, और जंगलों के मुद्दे हैं। कुछ स्थानों पर छात्रों पर लाठीचार्ज हो रहे हैं। हर जगह पर इन मुद्दों के समाधान के लिए समितियां बनी हुई हैं। यहां गौतमबुद्ध नगर में भी इससे संबंधित मुद्दे हैं। सरकार को इन सभी मुद्दों पर किसानों से बातचीत करनी चाहिए और हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए।"
किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह किसानों की मांगों के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहेंगे। इस दौरान पंचायत में किसानों से बातचीत के लिए प्रशासन का एक प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा, जिसकी अगुवाई यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र कुमार ने की।
किसानों की अधिकारियों के साथ हुई बातचीत
प्रशासन के अधिकारियों और किसानों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत चली। इस दौरान प्रशासन ने किसानों के मुद्दों पर अब तक किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी। साथ ही यह तय हुआ कि 7 जनवरी को नए साल में तीनों प्राधिकरण के सीईओ, गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी और पुलिस कमिश्नर के साथ किसानों की बैठक होगी, जिसमें किसानों की सभी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
Created On :   31 Dec 2024 2:21 AM IST