अंतरिक्ष उड़ान: इसरो ने पीएसएलवी-सी59 रॉकेट किया लॉन्च, प्रोबा-3 मिशन से सूर्य के कोरोना का अध्ययन होगा आसान
- 1,778 करोड़ का आया है खर्च
- प्रोबा-3 यान में एक डबल-सैटेलाइट शामिल है
- इसरो ने प्रोबा सीरीज के पहले मिशन को 2001 में लॉन्च किया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी59 रॉकेट लॉन्च किया। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रोबा-3 मिशन को लेकर शाम 4.04 बजे उड़ान भरी। इसरो इसको पहले एक दिन पहले लॉन्च करने वाले थे। लेकिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन प्रोपल्शन सिस्टम में कुछ खराबी के कारण इसको एक दिन के लिए टाल दिया गया था।
इसरो ने बताया कि मिशन का उद्देश्य सटीक संरचना उड़ान का प्रदर्शन करना है, इससे एक साथ दो अंतरिक्ष यान - कोरोनाग्राफ और ऑकुल्टर को प्रक्षेपित होने से वैज्ञानिक प्रोबा-3 मिशन से सूर्य के अंदरूनी और बाहरी कोरोना के बीच बने काले घेरे की स्टडी एक साथ कर सकेंगे। इसरो ने कहा कि प्रोबास एक लैटिन शब्द है, जिसका अर्थ है चलो प्रयास करें।
प्रोबा-3, यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसओ) के प्रोबा सीरीज का तीसरा सोलर मिशन है। आपको बता दें इसरो ने प्रोबा सीरीज के पहले मिशन को 2001 में लॉन्च किया था। प्रोबा-3 मिशन के लिए स्पेन, बेल्जियम, पोलैंड, इटली और स्विट्जरलैंड की टीमों ने काम किया है। इस पर करीब 20 करोड़ यूरो (करीब 1,778 करोड़ रुपये) का खर्च हुआ है।
इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, PSLV-C59 ने सफलतापूर्वक आसमान में उड़ान भरी है, जिससे ISRO की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ NSIL के नेतृत्व में ESA के अभूतपूर्व PROBA-3 उपग्रहों को तैनात करने के लिए एक वैश्विक मिशन की शुरुआत हुई है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों के तालमेल का जश्न मनाने का एक गौरवपूर्ण क्षण! EuropeanSpaceAgency के साथ जुड़ें और इतिहास को सामने लाए।
Liftoff Achieved!PSLV-C59 has successfully soared into the skies, marking the commencement of a global mission led by NSIL, with ISRO’s technical expertise, to deploy ESA’s groundbreaking PROBA-3 satellites.A proud moment celebrating the synergy of international…— ISRO (@isro) December 5, 2024
पीएम मोदी ने इसरो टीम को बधाई ,बधाई देते हुए पीएम ने कहा हम एक के बाद एक सफलता को सिलसिलेवार तरीके से आगे बढ़ाने में सक्षम हैं। प्रोबा-3 दुनिया का पहला सटीक फॉर्मेशन फ़्लाइंग मिशन है।पीएसएलवी-सी59 एनएसआईएल द्वारा संचालित और इसरो की विशेषज्ञता द्वारा समर्थित है। पीएसएलवी-सी59, ईएसए के प्रोबा-3 उपग्रहों को अत्यधिक दीर्घवृत्ताकार कक्षा में प्रक्षेपित करेगा। प्रोबा-3 (प्रोजेक्ट फॉर ऑनबोर्ड आटोनॉमी) यान में एक दो-सैटेलाइट शामिल है।
Created On :   5 Dec 2024 6:23 PM IST