एटम बम की धमकी!: पाक के बजाए इस भारतीय नेता ने ही देश को दे डाली धमकी, कहा - 'पाकिस्तान ने भी चूड़ियां नहीं पहन रखी है...'
- भारत पर एटम बम गिराने की धमकी!
- फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान
- कहा - 'पाकिस्तान ने भी चूड़ियां नहीं पहन रखी है'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक राजनेता ने पाकिस्तान की ओर से भारत को एटम बम गिराने की धमकी दे डाली है। खास बात यह है कि ये कोई पाकिस्तानी राजनेता नहीं है बल्कि भारतीय हैं। जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए एक विवादित बयान दे डाला है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पीओके को लेकर दिए गए बयान के जवाब में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी है, उनके पास एटम बम है जिसे वो (पाकिस्तान) भारत पर गिरा सकते हैं।
एटम बम की धमकी!
फारूक अब्दुल्ला ने पीओके के संबंध में दिए गए राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं। जम्मू-कश्मीर नेश्नल कॉन्फ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, "अगर रक्षा मंत्री कह रहे हैं तो कहें, हम उन्हें रोकने वाले कौन होते हैं? लेकिन याद रखना कि उन्होंने (पाकिस्तान) भी चूड़ियां पहन कर नहीं रखी हैं। उनके पास एटम बम है और दुर्भाग्य से वो एटम बम हम पर गिरेगा।"
दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में कहा था कि भारत पाकिस्तान-अधिकृत-कश्मीर (पीओके) पर अपना दावा नहीं छोड़ेगा। सिंह का कहना है कि भारत को पीओके पर बलपूर्वक कब्जा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि कश्मीर में हो रहे विकास को देख कर वहां के लोग खुद भारत का हिस्सा बनना चाहेंगे। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की जमीनी स्थिति में काफी बदलाव आया है जिसे देखते हुए अफस्पा (सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम) को भी हटाया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि अफस्पा को हटाने का विषय केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। इस संबंध में गृह मंत्रालय के तरफ से ही कोई भी फैसला लिया जाएगा।
शाह ने भी कही थी अफस्पा हटाने की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने कुछ समय पहले जेके मीडिया ग्रुप को दिए गए इंटरव्यू में अफस्पा को लेकर कहा था, "हम अफस्पा हटाने के बारे में भी सोचेंगे। हम कश्मीर के युवाओं से बातचीत करेंगे, न कि उन संगठनों से जिनकी जड़ें पाकिस्तान में हैं।" उन्होंने आगे कहा था, "हमारी योजना सैनिकों को वापस बुलाने और कानून व्यवस्था को केवल जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले करने की है। पहले, जम्मू-कश्मीर पुलिस पर भरोसा नहीं किया जाता था, लेकिन आज वे ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे हैं।
क्या है अफस्पा?
सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफस्पा) एक संसदीय अधिनियम है जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बल और राज्यों के अर्धसैनिक बलों को 'अशांत क्षेत्रों' में कुछ विशेष अधिकार प्रदान करता है। ये विशेषाधिकार सिर्फ 'अशांत क्षेत्रों' में प्रदान किया जाता है जिन क्षेत्रों को गृह मंत्रालय 'अशांत' घोषित करती है। अफस्पा के अंतर्गत लोक व्यवस्था कायम रखने के लिए सशस्त्र बलों को व्यापक शक्तियां दी जाती है जिनमें घरों की तलाशी लेना, किसी भी संपत्ति को नष्ट करना और गोली मारने का विशेषाधिकार शामिल है।
Created On :   6 May 2024 12:22 PM IST