गठबंधन के बंधन में दूरी!: इंडिया गठबंधन के बीच आ रही है दूरियां? कांग्रेस के कुछ फैसले से सपा नाराज, क्या यूपी चुनाव में दिखेगा साथ?
- सपा और कांग्रेस के रिश्ते में पड़ रही गांठ
- बयानों में भी दिख रही स्पष्ट दूरी
- ये है दूरी का कारण
डिजटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी में बीजेपी को पीछे करने वाली इंडिया गठबंधन में कुछ दिन बाद ही दूरी देखने को मिल रही है। ये दूरी संसद सत्र शुरू होने के बाद ही दिखने लगी थी। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस और सपा के रिश्तों में दिन पर दिन दूरी बढ़ रही है।
कैसे आ रहा है समझ?
संसद में बहुत सारी बातों को देखकर इन दोनों के रिश्ते में दरार का करार दिया जा रहा है। संसद में अखिलेश यादव के थैंक्यू कहने के बाद तंज कसना और रामगोपाल यादव का राहुल गांधी के दौरे को फॉर्मिलिटी बता देना। इसके बाद, संसद में विपक्ष की आगे की सीट में अवधेश प्रसाद की सीट को पीछे कर देना, उसके बाद आजम खान का सपा पर जेल से चिट्ठी लिखने के लिए खुलकर तंज कसा, साथ ही संभल और हाथरस में राहुल गांधी का मुसलमान और दलित के बीच जाना भी एक कारण है। इन सब चीजों के चलते सपा और कांग्रेस की केमिस्ट्री के बीच दरार डाल रहा है।
बयानों में भी दिख रही दूरी
कांग्रेस और सपा के बीच दूरी बढ़ती दिख रही है। वहीं, सपा के नेताओं के बयानों में भी ये बात स्पष्ट होती नजर आ रही है। इसके अलावा, बीते कुछ दिनों में सपा के प्रवक्ता आईपी सिंह ने राहुल गांधी की तुलना कर दी थी। उन्होंने संसद में मोदी और अडाणी के मुखौटे के साथ वाले प्रदर्शन को एनएसयूआई के छात्रों के आंदोलन और प्रदर्शन से तुलना कर दी थी।
राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि, सपा को कांग्रेस का यूपी में मुसलमान और दलितों के बीच ज्यादा घुलना-मिलना पसंद नहीं आ रहा है। वहीं, जब अखिलेश यादव संसद में संभल के बारे में भाषण दे रहे थे, तब राहुल गांधी संभले के पीड़ितों से मिलने के लिए चले गए थे। इसके एक दिन पहले ही हाथरस भी गए थे। राहुल गांधी का ये एक्शन सपा को काफी ज्यादा परेशान कर रहा है। उनको ऐसा लग रहा है कि इससे उनके सारे वोट शिफ्ट हो सकते हैं। यही वजह बताई जा रही है कांग्रेस और सपा के बीच की दूरी की।
Created On :   13 Dec 2024 3:39 PM IST