सरकार और राकेश टिकैत फिर आमने सामने, किसानों के मसले पर दिया बड़ा बयान, ये है पूरा मामला

सरकार और राकेश टिकैत फिर आमने सामने, किसानों के मसले पर दिया बड़ा बयान, ये है पूरा मामला
  • राकेश टिकैत ने किया बड़ा ऐलान
  • सुरजमुखी की फसल को लेकर किसानों का आंदोलन
  • लाठीचार्ज के बाद हरियाणा सरकार भी किसान के निशाने पर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सैकड़ों किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने फसल की उचित कीमतों की मांग कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की कि देश में एमएसपी पर यह पहला लाठीचार्ज है। उन्होंने कहा कि अब हमें दिल्ली के आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन करने की जरूरत है।

राकेश टिकैत ने साफ संदेश दिया है कि अगर किसानों पर लाठीचार्ज होगा तो चक्काजाम भी होगा। बता दें कि, दिल्ली में चले कृषि कानून के तीनों बिलों के खिलाफ राकेश टिकैत किसानों के लिए एक बड़ा चेहरा रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर बड़े आंदोलन की चेतावनी देकर हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार को सकते में डाल दिया है। राकेश टिकैत ने पहलवानों के धरने पर कहा कि उनकी बात केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से हो रही है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पहलवानों के धरना प्रदर्शन को लेकर पंचायतें और बैठक आगे भी चलती रहेगी।

निशानों पर हरियाणा सरकार

गौरतलब है कि किसानों पर लाठीचार्ज होने के बाद प्रदर्शनकारी किसान काफी ज्यादा गुस्से में है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ्तारी के विरोध में आज भी हरियाणा के अलग-अलग जगहों पर चक्काजाम किया जा रहा है। इन सभी के अलावा लाठीचार्ज के बाद हरियाणा सरकार भी किसानों के घेरे में है। प्रदर्शनकारी किसान प्रदेश बीजेपी सरकार के खिलाफ भी आलोचना करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। किसानों ने अपनी मांग के लिए गन्नौर के शाहपुर रोड और गोहाना में पानीपत रोहतक रोड को भेसवान गांव के पास सड़क जाम कर दिया। इन जगहों पर किसान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। ये सभी किसान अपने नेता गुरनाम सिंह चढूनी की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं। जिन्हें लाठीचार्ज के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस स्थिति को नियंत्रण करने में लगी है।

जानें किसान क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन

दरअसल, यह पूरा मामला एमएसपी और सुरजमुखी की फसल से जुड़ा हुआ है। किसानों की मांग है कि जब सुरजमुखी की फसल की MSP बाजार में 6,400 रुपये है, तो हमारी फसलों को 4000-4500 में क्यों खरीदा जा रहा है। किसानों का कहना है कि हम लोग 4000-4500 रुपये में सुरजमुखी की फसल को बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर किसान हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहबाद में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान किसान वहीं पर सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रदर्शन कर किसानों को खदेड़ना शुरू किया। जमकर लाठी डंडे चले। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया।

Created On :   7 Jun 2023 3:15 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story