Hindenburg Research: हिंडनबर्ग ने फिर दी चेतावनी, एक्स पोस्ट में लिखा- भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होगा
- अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म ने फैलाई सनसनी
- शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
- पोस्ट में किसी कंपनी का नाम नहीं दिया गया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने भारतीय कंपनियों से जुड़ा एक और खुलासा होने का संकेत दिया है। हालांकि, इस बार निशाने पर कौन है? और किस तरह का खुलासा होगा? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। शनिवार सुबह हिंडनबर्ग ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पोस्ट में सिर्फ एक चेतावनी दी है। हिंडनबर्ग ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पास्ट में लिखा है कि "भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है"।
Something big soon India
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
अडाणी ग्रुप पर लगाया था आरोप
आपको बता दें कि, बीते साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने भारतीय कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह पर बड़ा आरोप लगाया था। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह की तीखी आलोचना करते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट के कारण ग्रुप की कंपनियों की कीमतों में भारी गिरावट आई थी। आंकड़ों के अनुसार, उस समय ग्रुप के शेयरों के बाजार मूल्य में 86 डॉलर बिलियन की गिरावट आई थी। साथ ही इसके विदेशी लिस्टेड बॉन्ड की महत्वपूर्ण बिक्री हुई थी।
अब किस पर निशाना?
हिंडनबर्ग ने अपनी पोस्ट में किसी भी कंपनी का नाम नहीं दिया है। ऐसे में यह समझना मुश्किल होगा कि आखिरकार अब निशाने पर कौन है? और किसकी नाव डूबने वाली है? लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर से तूफान आ सकता है।
सेबी के नोटिस में बड़ा खुलासा
मालूम हो कि, इस साल जून में मार्केट को रेगुलेट करने वाली संस्था सेबी (SEBI) ने अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में नए घटनाक्रम का खुलासा किया था। जिसमें अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च और न्यूयॉर्क हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के के सम्बन्धों पर बड़ी जानकारी दी गई थी। सेबी ने कहा था कि, हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से 2 महीने पहले ही मार्क किंगडन के साथ शेयर कर दिया था। जिससे रणनीतिक ट्रेडिंग के जरिए बड़ा लाभ मिला था।
सेबी के नोटिस से इस बात का पता चला था कि, किंगडन कैपिटल ने कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (केएमआईएल) में महत्वपूर्ण निवेश किया था। जिसका फायदा उसने रिपोर्ट से बाजार में आई अस्थिरता के दौरान उठाया था। रिपोर्ट के अनुसार किंगडन कैपिटल ने अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में शॉर्ट पोजीशन लेने के लिए 43 मिलियन डॉलर ट्रांसफर किया था। इसके बाद किंगडन कैपिटल ने इस पोजीशन को बंद कर दिया, जिससे उसे 2.25 बिलियन डॉलर का भारी लाभ हुआ था।
Created On :   10 Aug 2024 9:55 AM IST