महाकुंभ 2025: मल्लिकार्जुन खड़गे के महाकुंभ वाले बयान पर भड़के असम सीएम हिमंत बिस्वा, कहा- सोनिया गांधी ने भी किया था स्नान
- असम सीएम ने किया खड़गे पर पलटवार
- बयान सनातन धर्म के खिलाफ मानसिकता को दर्शाता है-बिस्वा
- महाकुंभ वाले बयान पर गरमाई सियासत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (27 जनवरी) को महाकुंभ को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी को लेकर अब असम के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हिमंत बिस्वा ने पलटवार किया है। बिस्वा ने कहा कि खड़गे का बयान सनातन धर्म के खिलाफ मानसिकता को दर्शाता है। सीएम ने आगे सवाल उठाया कि साल 2001 में सोनिया गांधी ने खुद भी कुंभ के दौरान पवित्र स्नान किया था।
सीएम बिस्वा का पलटवार
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि महाकुंभ पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान सनातन धर्म के खिलाफ गहरी चिंताजनक मानसिकता को दर्शाता है। मेरा मानना है कि यह राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक रुख है। लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं, 2001 में सोनिया गांधी ने खुद कुंभ के दौरान स्नान किया था। क्या वह यह कहने की हिम्मत करेंगे कि हज पर जाने से भूख और गरीबी जैसी समस्याएं हल नहीं होंगी?
बिस्वा ने आगे कहा कि कांग्रेस से जुड़े सभी हिंदू नेताओं के लिए यह समय है कि वह आत्मचिंतन करें और अपना रुख तय करें। केवल सत्ता और पद के लिए अपने विश्वास, अपने धर्म या इस देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से समझौता न करें। कोई भी नेता, कोई भी विचारधारा और कोई भी पार्टी आपके धर्म और मान्यताओं से ऊपर नहीं होनी चाहिए। राजनीतिक स्वार्थ के लिए इसके सार को कमतर न आंकें। अपनी अंतरात्मा की आवाज पर चलें।
क्या है पूरा मामला?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? क्या आपको पेट में खाना मिलता है? मैं किसी की आस्था को कोई ठेस नहीं पहुंचाना चाहता। अगर किसी को दुख हुआ तो मैं माफी चाहता हूं। लेकिन आप बताइए कि जब बच्चा भूखा मर रहा है, बच्चा स्कूल में नहीं जा रहा है, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है। लेकिन, गंगा नदी में डुबकियां लगाई जा रही हैं। तब तक डुबकी लगाई जाती है जब तक टीवी पर अच्छा नहीं आ जाता, तब तक डुबकी मारते रहते हैं। ऐसे लोगों से देश की भलाई होने वाली नहीं है।
Created On :   28 Jan 2025 2:51 PM IST