उपेंद्र द्विवेदी का बड़ा बयान: क्या भारतीय सेना में दोबारा शुरू होगी गोरखा सैनिकों की भर्ती? इंडियन आर्मी प्रमुख जनरल ने की नेपाल आर्मी चीफ से की चर्चा

क्या भारतीय सेना में दोबारा शुरू होगी गोरखा सैनिकों की भर्ती? इंडियन आर्मी प्रमुख जनरल ने की नेपाल आर्मी चीफ से की चर्चा
  • सुरक्षा होगी मजबूत!
  • उपेंद्र द्विवेदी ने नेपाल आर्मी चीफ से की अपील
  • 4 साल से भर्ती पर लगी रोक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नेपाल के आर्मी प्रमुख से एक बड़ा निवेदन किया है। उन्होंने अपील की है कि भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती दोबारा शुरू हो। दरअसल, बीते 4 सालों से गोरखा सैनिकों की भारतीय सेना में भर्ती पर रोक लगी थी। अग्निपथ योजना को लेकर काफी विवाद हुआ था। जिसके चलते गोरखा समुदाय के युवाओं को भारत की सेना में भर्ती नहीं करने दिया जा रहा था। हालांकि, इससे पहले महामारी कोरोना की वजह से भी भर्ती पर रोक लगा दी गई थी।

मैंने किया अनुरोध- द्विवेदी

भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि मैंने खुद नेपाली सेना प्रमुख से बात की है। उनसे भारतीय सेना में फिर से गोरखा समुदाय की भर्ती शुरू करने का अनुरोध किया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह जल्द ही फिर से शुरू होगा।

एनुअल आर्मी कमांडर्स की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि नेपाल से नए गोरखा युवाओं की भर्ती न होने से भारतीय सेना की ताकत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हमने नेपाल सरकार को अपना प्रस्ताव सौंप दिया है और अब हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

क्यों है इस योजना को लेकर विवाद?

आपको बता दें कि, साल 2022 में अग्निपथ योजना लाई गई थी। इस योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए वायुसेना, नौसेना और थल सेना में भर्ती किया जाता है। इन सभी युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाता है। लेकिन, चार साल पूरे होने के बाद सिर्फ 25 परसेंट जवानों को ही परमानेंट सेवा देने का मौका दिया जाता है। मालूम हो कि, इस योजना के तहत किसी को भी पेंशन नहीं मिलती है। यही वजह है कि यह योजना काफी ज्यादा विवादों में रही है।

Created On :   16 Jan 2025 5:24 PM IST

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