मैक्रों का भारत दौरा: हजरत निजामुद्दीन दरगाह पर सूफी संगीत का आनंद लेते दिखे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, देखें वीडियो

- फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का भारत दौरा
- गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के थे मुख्य अतिथी
- मैक्रों ने लिया दरगाह में सूफी संगीत का आनंद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य मेहमान बनकर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में इमैनुएल मैक्रों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ सूफी म्यूजिक का लुत्फ उठा रहे हैं। वीडियो में फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों सिर पर हरे रंग का स्कार्फ बांधे हुए नजर आ रहे हैं, जबकि उनके साथ आए अन्य लोगों ने गुलाबी रंग का स्कार्फ पहना हुआ है।
हजरत निजामुद्दीन औलिया की चौखट पर मैक्रों बेहद ध्यान से सूफी और कव्वाली संगीत का आनंद लेते हुए देखा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, मैक्रों निजामुद्दीन की दरगाह पर 26 जनवरी की रात में करीब 9:45 मिनट पर पहुंचे थे। मैक्रों अपने साथी सदस्यों के साथ करीब आधे घंटे तक निजामुद्दीन दरगाह पर रुके। दरगाह की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों के साथ भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूद रहे।
महामहिम के साथ किया डिनर
इमैनुएल मैक्रों के सम्मान में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक डिनर का आयोजन किया था। इस डिनर के दौरान इमैनुएल मैक्रों ने संबोधन देते हुए कहा, "पांच साल पहले राजकीय यात्रा और पांच महीने पहले G20 समिट की यात्रा के बाद, आज फिर हम यहां हैं और ये खुशी की बात है। हम इस तरह के खास कार्यक्रम का हिस्सा बनकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ये बेहद गर्व की बात है कि हमारे सैनिक, आपके साथ मौजू हैं। ये असाधारण है। मुझे लगता है कि यहां मौजूद प्रतिनिधिमंडल के लिए ये यादगार रहेगा।"
इस बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा "दोनों देशों के नेताओं का एक-दूसरे की राष्ट्रीय दिवस परेड और समारोहों में अतिथि बनना एक ऐतिहासिक क्षण है। यह हमारी दोस्ती की गहराई का प्रतीक है और हमारी साझेदारी की ताकत।"
Created On :   27 Jan 2024 8:56 PM IST