शीतकालीन सत्र: अमित शाह के अंबेडकर वाले बयान पर सियासी हंगामा, संसद के बाहर 'INDIA' का विरोध प्रदर्शन, राहुल गांधी-खड़गे सहित कई नेता शामिल

- संसद के बाहर हंगामा
- विपक्षी दल ने लहराए आंबेडकर के पोस्टर
- 2 बजे तक कार्रवाई टली
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के साथ-साथ हंगामों का सिलसिला भी जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (17 दिसंबर) को राज्यसभा में संविधान पर भाषण दिया जिसके बाद से ही सियारी पारा चढ़ा हुआ है। आज (18 दिसंबर) इसी को लेकर INDI गठबंधन ने हाथों में बीआर अंबेडकर के पोस्टर लिए संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और क्रांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई नीनियर नेता मौजूद रहे। बता दें कि, दोनों सदनों की कार्रयवाई दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
बाबा साहेब भगवान से कम नहीं- कुमारी शैलजा
कांग्रेस की दलित नेता कुमारी शैलजा ने कहा-आपने देखा कि गृह मंत्री ने बाबा साहेब के ऊपर किस तरह की टिप्पणी की है। हमारा संविधान हमारे देश का ग्रंथ है और अगर संविधान हमारा ग्रंथ है तो बाबा साहेब हमारे लिए भगवान से कम नहीं हैं। यह बाबा साहेब का भी अपमान है, देश का अपमान है, देश के लोगों का अपमान है और हमारे संविधान का अपमान है।
यह भी पढ़े -महाराष्ट्र में बीएमसी का चुनाव सपा लड़ेगी अकेले अबू आजमी
कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल ने क्या कहा?
संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण पर कांग्रेस सांसद और महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा- जब भी संसद में चर्चा होती है, तो उनका एकमात्र लक्ष्य पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी पर हमला करना होता है। उन्हें ऐसा करने दें, हम इसका सामना करेंगे। लेकिन कल, दुर्भाग्य से, जिस तरह से उन्होंने डॉ बी.आर. अंबेडकर के बारे में बात की, वह हमारे लिए चौंकाने वाला था। भारत के लोग मानते हैं कि अंबेडकर जी संविधान के पीछे स्तंभ हैं। जिस तरह से अमित शाह ने अंबेडकर जी के बारे में बात की, वह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। चुनाव में वोट हासिल करने के लिए, वे अंबेडकर-अंबेडकर कहते थे
यह भी पढ़े -ऑस्कर 2025 की दौड़ से बाहर हुई 'लापता लेडीज', अंतिम 15 में हिंदी फिल्म 'संतोष' शामिल
Created On :   18 Dec 2024 12:32 PM IST