14 दिन बाद चंद्रयान-3 का चांद पर क्या होगा? मिशन पूरा कर वापस धरती पर लौटेगा यान या फिर होगा एक नई सुबह का इंतजार
- लैंडर और रोवर का जीवन
- यह संभावना जताई जा रही है कि चंद्रयान-3 दोबारा काम कर सकता है
- 14 जुलाई को लॉन्च हुआ था मिशन चंद्रयान-3
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। चांद पर पहुंचे लैंडर और रोवर का लक्ष्य 14 दिनों तक सतह का अध्ययन करना है। रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर चहलकदमी कर रहा वहीं कई महत्वपूर्ण खोज भी कर रहा है। लेकिन इन्ही सब के बीच लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि 14 दिनों बाद लैंडर और रोवर क्या होगा, क्या यह हमेशा के लिए काम करना बंद कर देंगे या फिर नई सुबह सूरज के निकलने पर फिर से एक्टिव हो सकते हैं। जानिए इस मिशन से जुड़े तथ्य..
14 दिनों तक करेगा प्रयोग
पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर चांद का एक दिन का समय होता है, जिसके बाद 14 दिनों तक रात का समय होता है। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर सौर पैनलों के माध्यम से ही ऊर्जा लेने का काम कर रहे हैं। यानि साफ है कि चांद की सतह पर 14 दिनों बाद लैंडर और रोवर को बहुत ही ठंडे तापमान में रहना होगा और उस स्थिति में इलेक्ट्रानिक उपकरण और बैटरी काम करना बंद कर सकते हैं।
लैंडर और रोवर का जीवन
इसरो चैयरमैन एस.सोमनाथ ने स्पष्ट रूप से जानकारी देते हुए कहा है कि लैंडर और रोवर्स का जीवन 14 दिनों का होगा। जो दरअसल चांद का एक दिन होता है। इसके बाद चौदह दिन लंबी रात में ठंडक इतनी होगी रोवर काम नहीं कर सकेगा। इस बारे में चंद्रयान-3 का हिस्सा रहे श्रीकांत ने इस बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा है कि 14 दिनों बाद जब चांद पर सूरज फिर से निकलेगा और तापमान फिर बढ़ेगा तो यह संभावना जताई जा रही है कि चंद्रयान-3 दोबारा काम कर सकता है।
क्या चंद्रयान-3 धरती पर वापस आएगा?
इसरो ने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी हालत में चंद्रयान-3 का कोई भी पार्ट धरती पर वापस नहीं आएगा। ये चंद्रमा पर ही रहेंगे।
14 जुलाई को लॉन्च हुआ था मिशन चंद्रयान-3
14 जुलाई को लॉन्च हुए मिशन चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चांद पर सफलता पूर्वक लैंडिंग करते हुए इतिहास रचने का काम किया। भारत चांद पर पंहुचने वाला अमेरिका,रूस,और चीन के बाद चौथा देश बन गया वहीं चांद के दक्षिणी पर पहुंचने वाला पहला देश बना है चांद की सतह पर सफलता पूर्वक लैंडिंग के कुछ ही समय बाद प्रज्ञान रोवर बाहर आ चुका था। अब रोवर प्रज्ञान चांद की सतह को एक्सप्लोर कर रहा है। वहीं इसरो लगातार रोवर प्रज्ञान की गतिविधियों पर नजर रख रहा है। इसरो ने अभी तक लैंडिंग के बाद चांद की सतह की कई तस्वीरें जारी करते हुए अहम जानकारियां दुनिया के सामने रखी हैं।
बता दे आज प्रज्ञान का 8वां दिन है। सफलता पूर्वक हुई लैंडिंग के बाद से अभी तक चंद्रयान-3 की जरिए इसरो ने कई अहम जानकारियां प्राप्त की है या आप कह सकते हैं की इसरो ने इसके माध्यम से बड़ी खोज की है। रोवर प्रज्ञान के पेलोड ने चंद्रमा में ऑक्सीजन और सल्फर सहित कई अन्य प्रदार्थों की भी खोज की है।
Created On :   30 Aug 2023 7:36 PM IST