धार्मिक कार्यक्रम: कलकत्ता हाई कोर्ट का 10 हजार बकरों की बलि वाले धार्मिक उत्सव में हस्तक्षेप से इनकार

कलकत्ता हाई कोर्ट का 10 हजार बकरों की बलि वाले धार्मिक उत्सव में हस्तक्षेप से इनकार
  • कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ
  • काली पूजा के अवसर पर 10 हजार बकरों की बलि
  • धार्मिक कार्यक्रम के खिलाफ दायर याचिका
  • दायर याचिका पर हस्तक्षेप करने से कोर्ट का इनकार

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के बोल्ला गांव में काली पूजा के अवसर पर 10 हजार बकरों की बलि देने वाले धार्मिक कार्यक्रम के खिलाफ दायर याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया।

मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की पीठ ने कहा कि चूंकि इस मामले से कई लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, इसलिए अदालत इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती। यह याचिका काली पूजा के अवसर पर 10 हजार बकरों की बलि से संबंधित थी। एक गैर-सरकारी संगठन ने बलि पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर की और बताया कि बलि उचित लाइसेंस के बिना होती है।

याचिकाकर्ता के वकील ने दावा किया कि राज्य सरकार को जानवरों पर क्रूरता रोकने के लिए इस तरह की प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की पहल करनी चाहिए। मामले में हस्तक्षेप करने और इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाने से इनकार करने के बावजूद, खंडपीठ ने यह भी निर्देश दिया कि पूजा समिति को कानून का पालन करना चाहिए।

पूजा समिति को अगले साल मार्च तक कलकत्ता उच्च न्यायालय को एक रिपोर्ट देनी है। पीठ ने अपने अवलोकन में इस साल मई में जल्लीकट्टू उत्सव के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी हवाला दिया, जिसमें उत्सव की अनुमति देने वाले कानूनों को बरकरार रखा गया था। खंडपीठ ने पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में मुर्गों की लड़ाई की घटनाओं का भी जिक्र किया।

आईएएनएस

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 Dec 2023 1:10 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story