बहराइच हिंसा: मूर्ती विसर्जन से लेकर युवक की मौत और फिर सड़क पर बवाल, क्यों हुआ चौकी इंचार्ज सस्पेंड? बहराइच में हिंसा में अब तक क्या क्या हुआ?
- बहराइच में दुर्गा मूर्ति के विसर्जन में हुई कहा सुनी
- कहा सुनी बढ़कर हुआ भारी विवाद
- किसी को नहीं बख्शा जाएगा- सीएम योगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी के बहराइच में रविवार शाम को दुर्गा मूर्ती विसर्जन के समय बवाल हो गया था। जिसमें एक युवक की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए हैं। घटना के बाद गुस्साई हुई भीड़ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। घटना स्थल पर हालात काबू में करने के लिए मजबूत और भारी पुलिस बल बुला कर लाठी चार्ज करवाना पड़ा। वहीं एसपी वृंदा शुक्ला ने लापरवाही करने के आरोप में हरदी थाने के एसओ और महसी के चौकी इंचार्ज को सस्पैंड कर दिया है। इसके अलावा इस मामले का पूरा संज्ञान खुद सीएम योगी ने लिया है।
क्या है मामला?
13 अक्टूबर की शाम को बहराइच के हरदी क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे के एक मोहल्ले में दुर्गा मूर्ती का विर्जन था। जिसके लिए विसर्जन यात्रा निकल रही थी। जिसमें ऐसा आरोप है कि डीजे बजने को लेकर दो समुदायों में कहा सुनी हुई है। जिसके बाद देखते ही देखते कहासुनी लड़ाई झगड़े में बदल गई। कुछ लोगों ने छत से पत्थर फेंके तो कुछ ने विरोध में फायरिंग कर दी। फायरिंग में एक रामगोपाल मिश्र नाम के युवक लग गई। साथ ही इस घटना में करीब 15 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए हैं। हालांकि, घायल लोगों को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन रामगोपाल ने अपनी सांसें तोड़ दीं और हॉस्पिटल में उनको मृत घोषित कर दिया।
जिले में मचा हड़कंप
रामगोपाल मिश्रा की मौत की खबर सुनते हैं पूरे जिले में हड़कंप मच गया। लोग सड़कों पर उतर आए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। भड़ को काबू करने के लिए पुलिस को भी लाठी चार्ज करना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के सामने ही रामगोपाल के शव को रखकर ग्रामीण पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी गई। साथ ही विसर्जन यात्रा भी रोक दी गई।
सीएम योगी का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए लखनऊ में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, "माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।" साथ ही उन्होंने अधिकारियों को उन उपद्रवियों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
ग्रामिणों ने बताया आंखों देखा हाल
ग्रामिणों ने बताया कि रविवार को दुर्गा मू्र्ती विसर्जन निकल रहा था तब उस स्थान पर दूसरे समुदाय के कुछ लोग खड़े थे और डीजे के बजने पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच कहा सुनी हो गई। और विवाद बढ़ता गया और पथराव और गोलीबारी भी शुरू हो गई। इस कहा सुनी में कई लोग घायल हुए हैं।
एसओ और थाना इंचार्ज सस्पैंड
एसपी ने बताया कि, अपने काम में लापरवाही के चलते हरदी थाने के एसओ और महसी के चौकी इंचार्ज को सस्पैंड कर दिया गया है। पूरे घटनाक्रम की पूर्णरूप से जांच की जा रही है। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा।
Created On :   14 Oct 2024 2:44 PM IST