26/11 मुंबई आतंकी का साजिशकर्ता: अमेरिका से भारत आया आतंकी राणा की पहली रात एनआईए मुख्यालय के अंदर बनी स्पेशल सेल में कटी

अमेरिका से भारत आया आतंकी राणा की पहली रात एनआईए मुख्यालय के अंदर बनी स्पेशल सेल में कटी
  • अमेरिकी गल्फस्ट्रीम जी550 विमान से दिल्ली आया था आतंकी राणा
  • राणा से मुंबई हमले की साजिश को लेकर पूछताछ करेंगी एनआईए
  • कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 18 दिन की रिमांड पर एनआईए को सौंपा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते दिन अमेरिका से भारत पहुंचा 26/11 मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा की रात एनआईए के अंदर बनी स्पेशल सेल में कटी, अमेरिकी गल्फस्ट्रीम जी550 विशेष विमान से भारत पहुंचे राणा को देर रात एनआईए ने विशेष अदातल में पेश किया। अदालत ने तहव्वुर राणा को 18 दिन की रिमांड पर एनआईए को सौंप दिया है। हालांकि एनआईए ने 20 दिन के कस्टडी के मांग की थी। आज राणा से एनआईए की विशेष टीम मुंबई हमले की साजिश को लेकर पूछताछ करेगी।

पालम एयरपोर्ट पर एनआईए ने 64 वर्षीय राणा को आधिकारिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद पहले उसकी मेडिकल जांच कराई। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 18 दिन की एनआईए की रिमांड में भेजा। दिया गया। सरकार की ओर से कोर्ट में वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन और विशेष सरकारी वकील नरेंद्र मान पेश हुए। वहीं दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण के वकील पीयूष सचदेवा आरोपी राणा की ओर से पेश हुए। मिली जानकारी के अनुसार राणा को लॉस एंजिलिस से एक विशेष विमान में एनआईए और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीमों की सुरक्षा में दिल्ली लाया गया।

एनआईए ने कहा कि राणा ने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते अपनाए लेकिन अंततः प्रत्यर्पण को मंजूरी मिल गई। अमेरिका में कैलिफोर्निया के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 16 मई 2023 को राणा के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। इसके बाद राणा ने नाइंथ सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में कई मुकदमे दायर किए, जिन्हें खारिज कर दिया गया। इसके बाद उसने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में एक रिट ऑफ सर्टिओरी, दो बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाएं और एक आपातकालीन आवेदन भी दाखिल किया, जिन्हें भी खारिज कर दिया गया।

इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि उसने 26 नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा का प्रत्यर्पण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। 2008 के भयावह हमले के प्रमुख साजिशकर्ता को न्याय के कठघरे में लाने के लिए सालों की लगातार, ठोस और संगठित कोशिशों के बाद यह प्रत्यर्पण संभव हो सका है। राणा अमेरिका में न्यायिक हिरासत में था। भारत और अमेरिका के बीच हुई प्रत्यर्पण संधि के तहत उसके प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू हुई थी।

Created On :   11 April 2025 9:17 AM IST

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