सावन के महीने में झूला झूलने का है विशेष महत्व, इस तरह से अपने घर में लगाएं झूले
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना शुरू हो गया है और इस महीने को पूरे देश में त्योहार की तरह मनाया जाता है इस परंपरा को लोग सदियों से निभाते चले आ रहे हैं। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है इस महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना कि जाती है इस महीने में हरी चुड़ी, हरी साड़ी, और झूला झूलने का विशेष महत्व है। सावन में महिलाएं झूला झूलती हैं और गीत गाती हैं इसका विशेष महत्व होता है कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण ने राधा रानी को सावन में झूला झूलाया था। तब से यही परंपरा चली आ रही है जो कोई इस महीने में झूला झूलते है और अपनी मनोकामना गीतों के माध्यम से श्री कृष्ण तक पहुंचाते उस कि हर मनोकामना पुरी होती है इस लिए लोग सावन में झूला झूलते हैं। पहले के लोग गांव में पेड़ों पर झूला बांध कर सभी के साथ झूला झूलते थे और गीत गाया करते थे लेकिन अब लोग शहरों में जा कर बसने लगे हैं जिस वजह से वो झूला नही झूल पाते पर अब बाजार में ऐसे कई तरीके के झूले आ गएं हैं जिन्हें आप घर में भी लगा सकते हो और इस सावन झूला झूल के अपनी मनोकामना श्री कृष्ण तक पहुंचा सकते हैं।
बालकनी में लगाएं झूला
बालकनी में झूला लगाने से न केवल सुन्दरता, चारों ओर हरियाली का आनंद लेने और झूले पर आराम करना दिल को छू लेने वाला है। जिन लोगों के पास घर के अंदर सीमित जगह है, उनके लिए घर में झूला लगाने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है।
कोई भी खुली जगह पर लगाएं
पारंपरिक झूला लगाकर घर में किसी भी खुली जगह को एक अनोखा मोड़ दिया जा सकता है और इसे पारंपरिक तकिए के कवर से सजाएं। यह पारंपरिक सेटअप निश्चित रूप से आपके घर का मुख्य आकर्षण होगा।
लकड़ी का झूला भी होगा बेस्ट
सबसे पारंपरिक प्रकार का झूला लकड़ी का झूला है। लकड़ी के झूलों का उपयोग घर को सुंदर रखने के लिए किया जाता रहा है। इन झूलों को घर के अंदर बैठने के लिए एक अतिरिक्त जगह के रूप में या बालकनी में हरियाली का आनंद लेने के तरीके के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
आउटडोर झूला रहेगा परफेक्ट
सबसे अच्छा और सबसे आरामदायक आउटडोर झूला है। ये सरल और परेशानी मुक्त, झूला कई आकारों में आता है, और इसे बगीचे में, या छत या बालकनी पर भी लगाया जा सकता है। यह झूला आसानी से लग जाता है और ये आपके आउटडोर को कूल लुक देने के लिए बिल्कुल सही हैं।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   12 July 2023 5:38 PM IST