जिनपिंग की मुश्किलें बढ़ी: फिर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे शी जिनपिंग सरकार के रक्षा मंत्री, मामले की जांच शुरू
- आरोपों में घिरे शी जिनपिंग सरकार के रक्षा मंत्री
- भ्रष्टाचार मामले को लेकर जांच शुरू
- जिनपिंग सरकार की मुश्किलें फिर बढ़ी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन की शी जिनपिंग सरकार के रक्षा मंत्री पर एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। वहां लगातार तीसरे रक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जुन के खिलाफ करप्शन के आरोप लगे हैं। जिसके चलते चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) हिल गई है। फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डोंग जुन के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
शी जिनपिंग सरकार की मुश्किलें बढ़ी
एफटी ने मौजूदा और पूर्व अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि डोंग कथित तौर पर भ्रष्टाचार के लिए जांच का सामना करने वाले तीसरे चीनी रक्षा मंत्री हैं। वहीं, अभी इस पूरे मामले पर चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से किसी भी तरह की टिप्पणी सामने नहीं आई है। पिछले साल भी चीन में व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान चलाया गया था। जिसके चलते नौ पीएलए जनरलों और मुट्ठी भर रक्षा उद्योग के अधिकारियों को राष्ट्रीय विधायी निकाय से हटाया जा चुका है। ऐसे में एक बार फिर शी जिनपिंग सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं।
जानें पूरा मामला
गौरतलब है कि, पिछले साल दिसंबर के महीने में पीएलए के पूर्व नौसेना प्रमुख डोंग को रक्षा मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया था। हालांकि, उनके पूर्ववर्ती ली शांगफू को सात महीने के कार्यकाल के बाद हटा दिया गया था।
बता दें कि, डोंग को पिछले हफ्ते अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ एक बैठक करनी थी। लेकिन, डोंग ने इस बैठक से इनकार कर दिया था। इसके बाद बुधवार को पेंटागन प्रमुख ने बुधवार को कहा था कि यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके कार्यकाल के दौरान हाल ही में अमेरिका-चीन के सैन्य से सैन्य संबंधों में नरमी भी आई। इसका नतीजा यह था कि दोनों देशों के बीच सितंबर महीने में पहली बार सफल थिएटर-स्तरीय कमांडर बातचीत हुई।
चीन सरकार में डोंग से पहले दो और पूर्व रक्षा मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जिनका नाम ली और वेई फेगहे हैं। इन दोनों मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। जिसके बाद दोनों मंत्रियों को कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
Created On :   27 Nov 2024 6:10 PM IST