रणनीतिक यात्रा: अमेरिका को एक और झटका देने की तैयारी में पुतिन, चीन के बाद करेंगे मुस्लिम देशों का दौरा

अमेरिका को एक और झटका देने की तैयारी में पुतिन, चीन के बाद करेंगे मुस्लिम देशों का दौरा
  • अगले सप्ताह सऊदी अरब और यूएई का दौरा करेंगे पुतिन
  • क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ करेंगे बातचीत
  • अक्टूबर में किया था चीन का दौरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले महीने ही अरब देशों की यात्रा पर गए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही मुस्लिम देशों का दौरा करने वाले हैं। इस यात्रा से वह अमेरिका के उस प्लान को झटका जिसके मुताबिक वह रूस को पूरी दुनिया से अलग-थलग करना चाहता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति अरब देशों की अपनी इस यात्रा में तेल बाजार के साथ-साथ इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध पर चर्चा करेंगे। साथ ही में वह पश्चिमी देशों के साथ चल रही अपनी लड़ाई में इन देशों से समर्थन मांगने की कोशिश भी करेंगे। बता दें कि हाल ही के सालों में देखें तो पुतिन लंबे समय से किसी विदेश यात्रा नहीं की है। हालांकि वह आखिरी बार अपने पड़ोसी देश चीन की यात्रा पर गए थे। यहां अरब देशों के साथ आयोजित दो दिवसीय बैठक में पुतिन ने फिलिस्तीन के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था।

रूसी मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पुतिन पहले यूएई और फिर सऊदी अरब जाएंगे। जहां वे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बातचीत करेंगे। बता दें कि यूक्रेन पर हमला करने की वजह से रूस पर अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगा रखा है। ऐसे में उनकी यह यात्रा काफी महत्वपू्र्ण मानी जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति इस सप्ताह दो अरब देशों का दौरा करेंगे। उशाकोव के मुताबिक यह यात्रा और दोनों देशों के बीच होने वाली वार्ता रूस के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।

इस योजना पर काम कर रहे पुतिन

पुतिन की इस यात्रा खास मकसद दुनिया को यह दिखाना है कि चाहे अमेरिका और उसके सहयोगी देश उस पर कितने भी प्रतिबंध लगा लें, लेकिन वह झुकने वाला नहीं है। उनकी अक्टूबर में हुई चीन यात्रा भी उनके इसी मकसद का हिस्सा थी। दरअसल चीन के साथ भी अमेरिका और पश्चिमी देशों के अच्छे संबंध नहीं हैं। ऐसे में पुतिन चीन की यात्रा करके पश्चिमी देशों को खास संदेश देना चाहते थे।

बता दें कि अंतराष्ट्रीय न्यायालय पुतिन के खिलाफ इसी साल मार्च में गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुका है। यह वारंट उन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार होने की वजह से जारी किया गया था। जिस वजह से उनकी विदेश यात्राएं खटाई में पड़ गई थीं। तब रूस ने अंतराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के इस आदेश की आलोचना करते हुए इसे अपमानजनक बताया था। रूस द्वारा बयान जारी करते हुए कहा गया था कि अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) का यह कदम गलत है क्योंकि हम आईसीसी के सदस्य नहीं हैं।

वहीं सऊदी अरब और यूएई भी आईसीसी के सदस्य नहीं हैं। जिस वजह से पुतिन दोनों देशों की यात्रा की थी क्योंकि आईसीसी वारंट के तहत वह यहां गिरफ्तार नहीं हो सकते थे।

Created On :   5 Dec 2023 11:46 PM IST

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