जंग से हलकान हुआ यूक्रेन: राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस से की खास अपील, कहा- 'हमारे पास बहुत ज्यादा वक्त नहीं...'

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस से की खास अपील, कहा- हमारे पास बहुत ज्यादा वक्त नहीं...
  • जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन बुलाया
  • कई देश युद्ध रोकने के पक्ष में
  • राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस से की खास अपील

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए कोशिशें जारी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि युद्ध बढ़ता ही जा रहा है और मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। इसलिए वह 28 महीने से चल रहे इस युद्ध को खत्म करने की योजना बना रहे हैं। शुक्रवार को स्लोवेनियाई राष्ट्रपति नताशा पिरक मुसर के साथ जेलेंस्की ने कीव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमारे लिए युद्ध को समाप्त करने की एक योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। जिसका दुनिया के अधिकांश लोगों का समर्थन प्राप्त होगा। यह एक कूटनीतिक रास्ता है जिस पर हम काम कर रहे हैं।"

ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी ने कहा कि वह युद्ध को खत्म करने के लिए कुछ महीनों में ही एक विस्तृत योजना दिखाएंगे। यूक्रेन के सैनिकों और वहां के लोगों के मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसपर यूक्रेन राष्ट्रपति ने इशारा करते हुए कहा, "हमारे पास बहुत ज्यादा वक्त नहीं है।"

युद्ध से परेशान हुए जेलेंस्की!

अभी यूक्रेन-रूस जंग को बंद करने को लेकर दोनों देश के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। व्लादिमीर पुतिन और जेलेंस्की की बातों को देखकर नहीं लग रहा है कि दोनों देश एक-दूसरे से बात करने की सहमति रखते हैं। अब भी शांति के समझौते को लेकर दोनों देश एक-दूसरे से बिल्कुल विपरीत नजर आ रहे हैं। शांति समझौते को लेकर यूक्रेन बातचीत करने से पहले बार-बार कह रहा है कि रूस को अपने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र से बाहर निकालना होगा। जिसमें क्रीमिया प्रायद्वीप भी है, जिसपर मास्को ने 2014 में कब्जा कर लिया था।

वहीं, पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला शुरू कर दिया था। पुतिन यूक्रेन से मांग कर रहे हैं कि अपने पूर्व और दक्षिण में और भी अधिक जमीन जिसपर रूस ने कब्जा कर लिया है। उसे छोड़कर तुरंत सरेंडर कर दें।

जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन बुलाया

जेलेंस्की ने जून की शुरुआत में स्विट्जरलैंड में एक अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को होस्ट किया था। हालांकि, रूस को इस सम्मेलन में नहीं बुलाया था। क्योंकि, इस सम्मेलन का लक्ष्य ही यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाना था। इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में 90 देशों ने भाग लिया था। अधिकांश देश एक विज्ञप्ति पर सहमत हुए, जिसमें किसी भी समझौते में यूक्रेन की "क्षेत्रीय अखंडता" का सम्मान करने की बात पर जोर डाला गया है। लेकिन इसमें शामिल हुए कुछ प्रमुख देश जैसे भारत इससे सहमत नहीं हुए। इसके अलावा अन्य देश, जैसे चीन ने मास्को को आमंत्रित ना करने पर शिखर सम्मेलन का बहिष्कार किया।

वहीं, रूस की सेनाएं धीरे-धीरे युद्ध के मैदान में आगे बढ़ रही हैं। रूस ने दावा किया है कि उन्होंने शुक्रवार को एक और गांव पर कब्जा कर लिया है। फिलहाल, रूस ने यूक्रेन के करीबन 25 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है। इसलिए गुरुवार को ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ परिषद शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की ने कहा है कि वह युद्ध को समाप्त करने के लिए कुछ ही महीनों में एक विस्तृत योजना पेश करेंगे। उन्होंने सैनिकों और नागरिकों के मरने के आंकड़ों की ओर इशारा करते हुए कहा, "हमारे पास ज्यादा समय नहीं है।"

Created On :   29 Jun 2024 6:28 PM IST

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