हमास-इजराइल विवाद: गाजा के अस्पताल पर हुए आसमानी हमले पर पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया, ट्वीट कर लिखा- हमले में शामिल ही इसके जिम्मेदार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइल और हमास की बीच जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार रात को इजराइल द्वारा गाजा के अल अहली अस्पताल पर किए गए हमले से 500 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। विश्वभर में कई देशों ने इजराइल के इस जवाबी हमले की कड़ी निंदा की है । इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। सोशल मीडिया 'एक्स' पर पीएम ने घटना के संदर्भ में ट्वीट किया है। पीएम मोदी ने लिखा कि जिस किसी के द्वारा यह हमला किया गया है, उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। बता दें, गाजा के अल-अहली अस्पताल के हमले पर हमास ने इजरायल को दोषी ठहराया है। जिसके जवाब में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपना पल्ला झाड़ते हुए हमास के आतंकियों को दोषी बताया है।
गाजा के अस्पताल पर हुए हमले की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर ट्वीट के जरिए अपना शोक व्यक्त किया है। पीएम ने कहा कि गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की मौत से वह स्तब्ध हैं। साथ ही उन्होंने पीड़ितो के परिवारों पर अपनी संवेदना जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वह हमले में पीड़ितों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं। पीएम ने लिखा कि इस भीषण युद्ध में लगातार हो रही मौतें एक चिंता का विषय बना हुआ है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
Deeply shocked at the tragic loss of lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. Our heartfelt condolences to the families of the victims, and prayers for speedy recovery of those injured.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 18, 2023
Civilian casualties in the ongoing conflict are a matter of serious and continuing concern.…
संयुक्त राष्ट्र ने लगाई फटकार
संयुक्त राष्ट्र ने भी गाजा के अस्पताल पर हमले से हुई मौतों पर अपनी राय रखी है। यूएन के उच्च अधिकारी और एजेंसियों ने नागरिकों की हुई मौतों पर चिंता जाहिर की है। साथ ही हमले में साजिश लोगों की जमकर आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि अस्पतालों और नागरिकों के घरों को तहस नहस करना अंतररष्ट्रीय मानवीय कानून के विरुद्ध है। इसके अलावा संघ ने हमले में शामिल हुए उपद्रवों से अंतरराष्ट्रीय कानून का हवाला देते हुए जवाब मांगा है।
इजराइल और हमास में छिड़ी बहस
गाजा के हमास शासित स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पताल पर हुए विस्फोट को लेकर बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि मंगलवार रात को अल अहली अस्पताल में इजराइली सेना द्वारा रॉकेट दागे गए थे। हमले में 500 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है। इजराइल की बात करें तो उसने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठला दिया है। इजराइल के अधिकारियों का कहना है कि इस हमले के पीछे इजराइली सेना और रक्षा बलों का कोई हाथ नहीं है। इस्लाम के जिहादी आतंकवादियों ने इजराइल पर रॉकेट छोड़ने का प्रयास किया, लेकिन रॉकेट गलत दिशा की ओर जाने से अस्पताल में भीषण धमाका हो गया।
इस घटना पर यूएन के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा, "गाजा में आज एक अस्पताल पर हुए हमले में सैकड़ों फिलस्तीनियों की मौत से मैं अत्यंत दुखी और व्यथित हूं, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। अस्पताल और चिकित्साकर्मियों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षण प्राप्त होता है।"
Created On :   18 Oct 2023 6:58 PM IST