नासा की महिला एस्ट्रोनॉट्स ने रचा इतिहास, पहली बार मेल क्रूमेट के बिना स्पेसवॉक
डिजिटल डेस्क, केप केनवेरल। दुनिया की पहली महिला स्पेसवॉकिंग टीम ने शुक्रवार को धरती के ऊपर इतिहास बना दिया। क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर पावर नेटवर्क के खराब हुए हिस्से को ठीक करने के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से बाहर निकली। बता दें कि इतिहास में ऐसा पहले बार हुआ है कि मेल क्रूमेट के बिना महिला एस्ट्रोनॉट की टीम ने स्पेस वॉक किया हो। भारतीय समयानुसार शुक्रवार शाम करीब 4 बजे ये स्पेसवॉक शुरू हुई।
नासा एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्रिडेनस्टाइन ने वाशिंगटन में नासा हेडक्वार्टर से इस पूरे ईवेंट को देखा। उन्होंने कहा, "हमारे पास सही समय पर सही काम करने वाले सही लोग हैं। वे मेरे और दुनिया भर के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं और हम इस मिशन को पूरा करने के बाद बहुत उत्साहित हैं।" तीन बार स्पेसवॉक करने वाली ट्रेसी कैल्डवेल डायसन ने कहा: "उम्मीद है, यह अब सामान्य माना जाएगा।"
नासा पिछले वसंत में ऑल फिमेल स्पेसवॉक को कंडक्ट करना चाहती थी, लेकिन उसके पास पर्याप्त मीडियम साइज सूट नहीं थे। कोच और मीर अगले हफ्ते स्पेसवॉक कर नई बैटरी स्थापित करने वाले थे, लेकिन वीकेंड पर इक्विपमेंट फेल्योर होने की वजह से तीन दिन पहले ही उन्हें इसे रिपेयर करने के लिए स्पेसवॉक करना पड़ा। दरअसल पिछले सप्ताह स्थापित की गई तीन नई बैटरी में से एक के लिए एक पुराने बैटरी चार्जर को बदलना पड़ रहा है।
जैसे ही मीर, स्पेसवॉक के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के हैच से बाहर निकली वह स्पेसवॉक करने वाली दुनिया की 22 वीं और 15 वीं महिला बनी गई हैं। कोच ने चौथी बार स्पेसवॉक की। वे 11 महीने के मिशन पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हैं। उन्हें इस मिशन पर सात महीने हो चुके हैं। ये मिशन किसी भी महिला एस्ट्रोनॉट के लिए सबसे लंबा है।
स्पेस स्टेशन में मौजूद एस्ट्रोनॉट में से किसी भी दो को स्पेसवॉक के लिए चुना जा सकता था। इन सभी को समान प्रशिक्षण मिला है, लेकिन नासा ने कोच और मीर को इस मिशन के लिए चुना। कोच और मीर जैसे ही हैच से बाहर निकली अंदर मौजूद मॉर्गन ने कहा, "हम आप पर बहुत गर्व करते हैं। आप आज बहुत अच्छा करने जा रहे हैं।"
Created On :   18 Oct 2019 7:05 PM IST