कौन है फरीदा मोरादखानी जिसने ईरान सरकार की नाक में किया दम? हिजाब पर अपील कर बढ़ाया सरकार का टेंशन, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खमेनेई से है करीबी नाता
- ईरान की महिलाएं हिजाब पहनने के विरोध में
डिजिटल डेस्क, तेहरान। पिछले कुछ महीनों से ईरान में चल रहा हिजाब विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है। इस साल सितंबर महीने में अमीनी नाम की एक युवती को सही तरीके से हिजाब ना पहनने की वजह से पुलिस ने 13 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था। जिसकी पुलिस कस्टडी में ही 16 सितंबर को मौत हो गई थी। युवती की मौत की वजह से ईरान के अलग-अलग हिस्सों में जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। जिसके बाद अब यह एक आंदोलन का बड़ा स्वरूप ले चुका है। अमीनी की मौत पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई की भांजी फरीदा मोरादखानी का बयान सबसे ज्यादा सुर्खियों में है।
फरीदा के बयान ने ईरान सरकार के नाक में दम कर रखा है। हालांकि, हिजाब विवाद पर सरकार के खिलाफ बोलना फरीदा मोरादखानी मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही हैं। हिजाब के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को समर्थन करने वाली फरीदा को गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि उनकी गिरफ्तारी तब हुई जब फरीदा की ओर से हिजाब के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को दुनियाभर के सभी देशों से इसका समर्थन करने के लिए कहा गया।
बकायदा उनके ओर से एक वीडियो जारी कर विश्व के सभी लोगों को एक मंच पर आकर ईरान की दमनकारी सरकार के विरोध में प्रर्दशन करने के लिए कहा गया। ताकि कट्टरपंथी ईरानी सरकार पर दबाव बनाया जा सके। फरीदा वीडियो में आगे कहती हुई नजर आ रही हैं कि मौजूदा सरकार किसी भी धर्म के प्रति वफदार नहीं है। फरीदा का ये बयान जैसे ही सामने आया उसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जाने फरीदा मोरादखानी के बारे में
फरीदा मोरादखानी ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खमेनेई की भांजी हैं। वह ईरान के एक शिया मौलवी की बेटी व एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। सरकार के खिलाफ व हिजाब विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन देने के लिए उन्हें 23 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। जिन्हें ईरान की राजधानी तेहरान की ईविन जेल में रखा गया है। फरीदा के पिता शिया मौलवी थे। इसके अलावा ईरान की राजनीति में भी वह सक्रिय रहें हैं। वह ईरान की सरकार के कट्टर विरोधी माने जाते थे। अली मोरादखानी ईरान की राजनीति में विपक्ष का एक मजबूत व प्रमुख चेहरा रहे हैं। जिनकी शादी मौजूदा ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई की बहन बद्री खमेनेई से हुई थी।
सोशल एक्टिविस्ट के साथ फरीदा मोरादखानी पेशे से इंजीनियर भी हैं। वह समय-समय पर ईरानी सरकार के जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाती रहती हैं। फरीदा ने ईरान में हो रहे मृत्युदंड पर सवाल उठा कर दुनिया भर के मीडिया में चर्चा की विषय बनी थी। जिसके बाद उन्हें काफी लोकप्रियता हासिल हुई। इस पूरे मामले पर फरीदा के भाई महमूद मोरादखानी ने ट्वीट कर बताया कि फरीदा को पूछताछ के लिए समन आया था।
जिसके बाद वह बुधवार को पुलिस स्टेशन गईं, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस पूरे प्रकरण के बाद फरीदा के भाई की ओर से एक वीडियो डाला गया जिसमें फरीदा सरकार के खिलाफ हो रहे जुल्म को निंदा करती हुई नजर आ रही हैं। इसके अलावा वह मानवाधिकार के झंडे बुलंद करने वाले देशों की कड़ी आलोचना करती हुई दिखाई दे रही हैं। यह पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले उन्हें इस साल की शुरूआत में भी गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन उस समय जमानत पर रिहा कर दिया गया था। हालांकि इस वक्त फरीदा पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जिसकी वजह से उन्हें 15 वर्ष तक जेल की सजा भी हो सकती है।
सैकड़ों लोग गंवा चुके हैं जान
ईरान में दो महीने से अधिक का समय बीत गया लेकिन दिन प्रतिदिन हिजाब के खिलाफ विरोध प्रर्दशन उग्र होते जा रहे हैं। ईरानी महिलाएं पीछे हटने के नाम नहीं ले रहीं हैं, न ही वहां की सरकार, जिसके वजह से कई लोगों की जान भी जा चुकी है। ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि दो महीने से ज्यादा से चल रही हिजाब प्रदर्शन में अब तक करीब 450 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। जिनमें 60 से ज्यादा नाबालिक हैं। इसके अलावा 18,173 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं पूरे प्रदर्शन को रोकने में 50 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को भी अपने जान से हाथ धोना पड़ा है।
Created On :   28 Nov 2022 7:04 PM IST