सिंध में हिंदुओं की दुकानें और घर जलाए, ईशनिंदा के जुर्म में हिंदू डॉक्टर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, लाहौर। पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हिंसा का रिकॉर्ड पुराना है। ताजा मामला सिंध प्रांत के मीरपुरखास में सामने आया है, जहां हिंसा के बाद भीड़ ने कई हिंदुओं की दुकानें और घर जला दिए। बताया जा रहा है कि हिंसा की शुरुआत पास की एक मस्जिद के इमाम के पुलिस केस करने के बाद हुई।
इमाम ने सिंध इलाके में रहने वाले हिंदू डॉक्टर रमेश कुमार पर कुरान के पन्नों में दवा लपेटकर देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद भीड़ ने रमेश कुमार और उनके आस-पास रहने वाले लोगों के घरों पर हमला कर दिया। हमलावरों ने कई दुकानें और लोगों के घर भी जला दिए। घटना के बाद पुलिस ने डॉ. रमेश को ईशनिंदा के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। मीरपुर खास के पुलिस स्टेशन में पदस्थ एसएचओ जाहिद हुसैन लेघरी ने बताया कि डॉक्टर को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी गई है। लेघरी के मुताबिक इलाके में हिंसा भड़कने के बाद डॉक्टर को कहीं और शिफ्ट कर दिया गया है।
हिंदुओं की शिकायत, जबरन फंसाया जाता है ईशनिंदा में
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं की बड़ी आबादी है। पाकिस्तान में कई बार हिंदुओं को ईशनिंदा के मामले में फंसाने की शिकायत होती रही है। पाक हिंदू काउंसिल भी इस मामले की शिकायत कर चुकी है, लेकिन ऐसे मामले फिर भी सामने आते रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1987 से लेकर 2016 तक 1472 लोगों पर ईशनिंदा कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
Created On :   28 May 2019 2:43 PM GMT