ईरान परमाणु समझौता शुरू करने के लिए अमेरिका को पहला कदम उठाना चाहिए
- संयुक्त राज्य अमेरिका की अप्रत्यक्ष भागीदारी
डिजिटल डेस्क, तेहरान । ईरान के शीर्ष परमाणु वार्ताकार अली बघेरी कानी ने कहा है कि वाशिंगटन को 2015 के परमाणु समझौते को फिर से शुरू करने के लिए पहला कदम उठाना चाहिए क्योंकि अमेरिका ही समझौते से पीछे हट गया था। इसकी जानकारी आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने दी।
रिपोर्ट के अनुसार, बघेरी कानी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान परमाणु समझौते की बहाली की प्रक्रिया में प्रतिबंध हटाने की अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेगा जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार उन्होंने जोर देकर कहा कि हाल ही में वियना वार्ता में ईरान द्वारा यूके, चीन, फ्रांस, रूस और जर्मनी सहित पी4 प्लस 1 समूह के लिए किए गए प्रस्ताव दस्तावेज और तार्किक हैं और इसलिए बातचीत का आधार हो सकते हैं।
उन्होंने कहा ईरान वार्ता में विश्वास करता है और संभावित परिणाम के बारे में आशावादी है। हालांकि पहले कुछ लोगों द्वारा अनुचित व्यवहार और उनकी प्रतिबद्धताओं के बार-बार उल्लंघन ने ईरानियों को अधिक सावधान रहने के लिए मजबूर किया है।
वार्ता में छह महीने के अंतराल के बाद ईरान और समझौते के शेष पक्षों ने संयुक्त राज्य अमेरिका की अप्रत्यक्ष भागीदारी के साथ 29 नवंबर को सौदे को बहाल करने के लिए अपनी चर्चा फिर से शुरू की।
(आईएएनएस)
Created On :   6 Dec 2021 11:00 AM IST