आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम बदला, मसूद अजहर के पास नहीं अब कंट्रोल
- जैश-ए-मोहम्मद का नाम बदलकर हुआ मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर
- भारत में कर रहे आतंकी हमले की तैयारी
- संगठन की कमान भी मसूद अजहर के छोटे भाई रऊफ असगर के पास
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम अब बदल गया है। इसका नाम अब ""मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा जम्मू वा कश्मीर"" हो गया। वहीं इसकी कमान भी मसूद अजहर के पास नहीं है बल्कि उनके छोटे भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर के पास है। बता दें मसूद अजहर ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हो चुका है। अजहर इन दिनों पाकिस्तान के बहावलपुर में मरकज उस्मान-ओ-अली में रहता है।
इससे पहले मजलिस-वुरासा-ए-शाहुदा से जुड़े एक नेता नेता ने इस वर्ष अपनी रैलियों में भारत, अमेरिका और इजरायल के खिलाफ जिहार का ऐलान किया है। आतंकी गतिविधि को अंजाम देने के लिए संगठन ने 30 आत्मघाती हमलावरों का एक समूह तैयार किया है। कहा जा रहा कि ये हमलावर भारत में विशेष तौर पर सैन्य छावनिों और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलो के काफिलों को निशाना बनाएंगे। मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर ने जैश के मरकज सैयद अहमद शहीद आतंकी प्रशिक्षण शिविर को दोबारा सक्रिया किया है। वहीं भवालपुर और सियालकोट में आतंकियों की भर्तियां भी कर रहा है।
मसूद अजहर गिरफ्तार
बता दें मसूद अजहर को इस साल मार्च में पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया। पाकिस्तान ने अजहर को गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय दबाव में किया। मसूद अजहर का सगंठन भारत में नहीं बल्कि अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा में भी अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे चुका है। संयुक्त राष्ट्र पहले ही जैश-ए-मोहम्मद संगठन को ब्लैकलिस्ट कर चुका है। पाकिस्तान ने कभी मानने को तैयार नहीं था कि अजहर उनके देश कहा है। हाल में पाकिस्तान सरकार ने माना की अजहर पाकिस्तान में और उसकी तबीयत खराब है।
भारत ने किया था एयर स्ट्राइक
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आंतकी ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था। जिसमें करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके जवाब में 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पर बमबारी की थी। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में लगातार तकरार बढ़ती जा रही है।
Created On :   24 Sept 2019 10:12 AM GMT