स्वीडन की संसद में नाटो में शामिल होने का प्रस्ताव पास

- शांति और युद्ध
डिजिटल डेस्क, स्टॉकहोम। स्वीडन के सांसदों ने देश के नाटो में शामिल होने के पक्ष में भारी मतदान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को पक्ष में 269 और विरोध में 37 वोट पड़े।
तैंतालीस सांसद अनुपस्थित थे और देश की संसद (रिक्सडाग) में प्रतिनिधित्व करने वाले आठ दलों में से दो - वाम दल और ग्रीन पार्टी - ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। नाटो के 30 सदस्यों में स्वीडन और फिनलैंड को शामिल करने में हंगरी और तुर्की रोड़ा बने हुए हैं।
साथ ही बुधवार को, वामपंथी पार्टी और ग्रीन पार्टी द्वारा शांति और युद्ध दोनों स्थिति में स्वीडन में परमाणु हथियारों को गैरकानूनी घोषित करने के प्रस्ताव को हरा दिया गया। स्वीडन और फिनलैंड ने 2022 में नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन तुर्की ने इस आधार पर आपत्ति जताई कि दोनों देश कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के सदस्यों को शरण देते हैं, जिन्हें तुर्की एक आतंकवादी समूह मानता है।
नाटो में कोई देश तभी शामिल हो सकता है जब इस गठबंधन के सभी सदस्य एकमत हों। 17 मार्च को, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने फिनलैंड की नाटो सदस्यता बोली पर सहमति जताई लेकिन स्वीडन की बोली को टाल दिया।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   23 March 2023 11:30 AM IST