रूस की धमकी अमेरिका पर बेअसर, यूक्रेन को दी ये घातक मिसाइल, जेलेंस्की ने जताया आभार
- मिसाइल पाकर जेलेंस्की हुए गदगद
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध जारी हुए 10 महीने हो रहे हैं लेकिन युद्ध कब विराम होगा इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। भारत समेत दुनियाभर के कई देश शांतिप्रिय तरीके से युद्ध समाप्ति को लेकर पहल कर चुके हैं लेकिन दोनों देशों में से कोई एक भी झुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में आज भी युद्धग्रस्त यूक्रेन रूसी बमबारी का सामना कर रहा है, हालांकि जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन भी पीछे नहीं हट रहा है। इसी बीच रूसी धमके के बावजूद अमेरिका ने यूक्रेन को घातक पैट्रियोट मिसाइल भेजी है। इससे तो यही लगता है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस को हर मोड़ पर जवाब देने के लिए तैयार हैं।
मिसाइल पाकर जेलेंस्की हुए गदगद
पैट्रियोट मिसाइल पाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को धन्यवाद बोला है। उन्होंने कहा कि ये मिसाइलें सेना के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होंगी। जेलेंस्की ने रूस को लेकर कहा कि उसके साथ न्यायपूर्ण शांति संभव नहीं है। जेलेंस्की ने आक्रमणकारी रूसी सेना पहले ही उनके देश को काफी नुकसान पहुंचा चुकी है।
युद्ध के बीच अमेरिका का पैकेज
एक तरफ रूस व यूक्रेन के बीच भयंकर जंग जारी है तो वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन को अमेरिका हथियार उपलब्ध करा रहा है। बाइडेन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में आधिकारिक तौर पर घोषणा की है। अमेरिकी कीव को अतिरिक्त 1.8 बिलियन अमरीकी डॉलर का पैकेज भेजेगा। इसमें पैट्रियट मिसाइल रक्षा उपकरण भी शामिल है। जेलेंस्की की यात्रा से कुछ समय पहले ही बुधवार को अमेरिका ने यूक्रेन को 1.85 अरब डॉलर की सैन्य सहायता देने की घोषणा की थी। जब से यूक्रेन के ऊपर रूस हमला कर रहा है तभी से पश्चिमी देश यूक्रेन को सैन्य उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं। युद्ध न थमने का एक ये भी कारण बताया जा रहा है।
जानें पैट्रियोट मिसाइल के बारे में
पैट्रियोट मिसाइलों को अमेरिका की सबसे सफल व ताकतवर मिसाइलों में से एक माना जाता है। यूक्रेन की सैन्यशक्ति इससे और भी मजबूत होगी व रूसी सेना की मुश्किलें बढ़ेंगी। पैट्रियोट मिसाइल एक जमीन आधारित एयर मिसाइल है। इसमें आने वाली मिसाइलों को रोकने की क्षमता है, साथ ही इसे मिसाइल लॉन्चर की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। गौरतलब है कि सबसे पहले 1980 में पैट्रियोट मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था।
रूस की अमेरिका को दो टूक
बुधवार को रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने अमेरिका की ओर से दिए जा रहे हथियारों पर कड़ी आपत्ति जताई। रूस ने कहा कि अमेरिकी हथियारों की लगातार बढ़ोत्तरी यूक्रेन में युद्ध की स्थिति और बढ़ा देगी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका की तरफ से हथियारों की आपूर्ति जारी है। इससे संघर्ष और बढ़ेगा जो कि कीव के लिए अच्छा नहीं होगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के अमेरिकी दौरे के बाद रूस की ओर से यह पहला आधिकारिक बयान सामने आया है।
Created On :   22 Dec 2022 6:02 PM IST