30 मिनट की टेस्ट ड्राइव लेकर रक्षामंत्री ने फ्रांस से रिसीव किया पहला राफेल, कहा- जिंदगी का अद्भुत क्षण
डिजिटल डेस्क, पेरिस। वायुसेना दिवस और बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरे के मौके पर रक्षमंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल की पूजा कर शस्त्र पूजा की परंपरा को निभाया। शस्त्र पूजा के लिए फ्रांस पहुंचे राजनाथ सिंह ने पहले राफेल फाइटर जेट को रिसीव करने के बाद उसकी भारतीय परंपरा अनुसार विधि-विधान से पूजा की। इस दौरान उन्होंने राफेल पर ऊं लिखकर तिलक लगाया और कलावा भी बांधा। इसके बाद रक्षामंत्री ने राफेल में करीब 30 मिनट की उड़ान भरकर टेस्ट ड्राइव ली।
टेस्ट ड्राइव लेकर वापस लौटे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने अनुभव को साझा करते हुए पायलट कैप्टन फिल की सराहना की। उन्होंने कहा कि फ्लाइट की हर एक डीटेल कैप्टन फिल ने बताई। राजनाथ ने कहा कि बहुत ही शानदार फ्लाइट थी। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी का यह अद्भुत क्षण था। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी मुझे सुपरसॉनिक स्पीड से लड़ाकू विमान में उड़ने का अवसर मिलेगा।
#WATCH Mérignac(France): #Rafale jet carrying Defence Minister Rajnath Singh takes off for a sortie. It is being flown by Philippe Duchateau, head test pilot of Dassualt Aviation. pic.twitter.com/i99hZmB7aF
— ANI (@ANI) October 8, 2019
रक्षामंत्री पिछली सीट पर बैठे थे। उड़ान भरते वक्त उन्होंने थम्स अप का निशान दिखाया। इसके साथ ही वह देश के पहले रक्षा मंत्री बन गए हैं जिन्होंने राफेल में उड़ान भरी है। इससे पहले राजनाथ ने तेजस में भी उड़ान भरकर इतिहास रचा था। पहली बार किसी रक्षा मंत्री ने तेजस में उड़ान भरी थी।
फ्रांस ने मंगलवार को 87वें ‘वायुसेना दिवस’ और दशहरे के पर्व पर भारत को पहला राफेल जेट सौंप दिया। फांस के रक्षा मंत्री ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ये जेट सौंपा।भारत को मिले पहले राफेल का नाम वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम पर "आरबी 001" रखा गया है।
#WATCH Defence Minister Rajnath Singh after taking a sortie in the #Rafale jet : It was a very comfortable and smooth flight. It was an unprecedented moment, I had never thought that one day I will fly at super sonic speed in a combat aircraft. #France pic.twitter.com/PUmbUz5UCg
— ANI (@ANI) October 8, 2019
रक्षा मंत्री इसे रिसीव करने के लिए सोमवार को भारत से फ्रांस के लिए रवाना हुए थे। राजनाथ सिंह ने राफेल मिलने के बाद इसकी शस्त्र पूजा की। शस्त्र पूजा करते हुए राजनाथ ने राफेल जेट पर ऊं लिखा। विमान के पहियों के नीचे नींबू भी रखा गया। इसके बाद उन्होंने राफेल में पहली उड़ान भरी। इससे पहले रक्षा मंत्री ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमनुएल मैक्रों से मुलाकात की थी। ये बैठक करीब 35 मिनट तक चली।
#WATCH Mérignac(France): Defence Minister Rajnath Singh speaks on his meeting with French President Emmanuel Macron. #Rafale pic.twitter.com/g6a7LcEHXe
— ANI (@ANI) October 8, 2019
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में आज दशहरा का त्योहार है जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है जहां हम बुराई पर जीत का जश्न मनाते हैं। यह 87वां वायु सेना दिवस भी है, इसलिए यह दिन कई मायनों में प्रतीकात्मक बन जाता है।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि राफेल विमानों की डिलीवरी तय समय पर हो रही है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारी वायु सेना में और मजबूती आएगी। मैं चाहता हूं कि दो प्रमुख लोकतंत्रों के बीच सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़े।
For New India, tradition and power comes hand-in-hand.
— BJP (@BJP4India) October 8, 2019
Defence Minister Shri @rajnathsingh performs Shastra Puja on the Rafale officially handed over to India in Merignac, France. pic.twitter.com/hMo9HSUQtB
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि आज भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी में एक नया मील का पत्थर है। मैं राफेल विमान में उड़ान भरने के लिए तत्पर हूं। राफेल एक फ्रेंच शब्द है, जिसका अर्थ आंधी होता है। ये अपने नाम के हिसाब से हमारी वायुसेना को मजबूत करेगा।
डसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा कि यह भारतीय वायु सेना और भारत के लिए फ्रांस और डसॉल्ट एविएशन के लिए भी एक बड़ा दिन है। हमने वही किया जो अनुबंध में था और अब यह उड़ान भरने के लिए तैयार है। हमें बहुत गर्व है।
Raksha Mantri shri @rajnathsingh is taking a sortie in Rafale at Merignac in France pic.twitter.com/xEyoIwQeet
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) October 8, 2019
बता दें कि भारत ने 2016 में 59,000 करोड़ रुपये में फ्रांस सरकार से 36 लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा किया था। भारत में राफेल की पहली खेप मई 2020 में आएगी। उससे पहले भारत के पायलटों और वायुसेना के अफसरों को फ्रांस में जरूरी ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी 36 लड़ाकू विमानों के सितंबर 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद हैं।
Mérignac(France): Defence Minister Rajnath Singh to take a sortie in the #Rafale combat aircraft, shortly pic.twitter.com/TvVh4kivLd
— ANI (@ANI) October 8, 2019
For New India, tradition and power comes hand-in-hand.
— BJP (@BJP4India) October 8, 2019
Defence Minister Shri @rajnathsingh performs Shastra Puja on the Rafale officially handed over to India in Merignac, France. pic.twitter.com/hMo9HSUQtB
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Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has reached Mérignac. He is now visiting the Production Unit of Dassault Aviation. pic.twitter.com/fM61e9MCLN
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विशेष विवरण |
राफेल (भारत) | एफ-16 (पाकिस्तान) |
जे-20 (चीन) |
कॉम्बैट रेडियस |
1850 किमी | 4220 किमी | 3400 किमी |
मैक्जिमम स्पीड |
2222 किमी/घंटा | 2415 किमी/घंटा |
2100 किमी/घंटा |
डायमेंशन |
लंबाई- 15.3 मीटर चौड़ाई- 10.9 मीटर ऊंचाई- 5.3 मीटर |
लंबाई- 15 मीटर चौड़ाई- 9.45 मीटर ऊंचाई- 5 मीटर |
लंबाई- 23 मीटर चौड़ाई- 15 मीटर ऊंचाई- 5 मीटर |
मिसाइलें और रेंज |
मीटिअर-150 किमी स्कैल्प-300 किमी |
एमराम- 100 किमी |
पीएल-15 : 300 किमी पीएल-21 : 400 किमी |
उड़ान |
15,240 मीटर | 15,235 मीटर |
18000 मीटर |
रेट ऑफ क्लाइंब |
18,288 मीटर/मिनट | 15,240 मीटर/मिनट |
18,240 मीटर/मिनट |
इस्तेमाल |
अफगानिस्तान, लीबिया और इराक में |
1986 से 1989 के दौरान अफगान युद्ध में |
अब तक किसी बड़े मिशन में शामिल नहीं |
वजन |
खाली- 9,980 किलो ग्राम अधिकतम- 24,494 किलोग्राम |
खाली- 9,500 किलोग्राम, अधिकतम- 24,500 किलोग्राम |
खाली -17,600 किलोग्राम, अधिकतम- 35,000 किलोग्राम |
आइए जानते हैं कि राफेल जेट की क्या खूबियां हैं और इससे भारत की हवा में लड़ने की क्षमता कैसे बढ़ेगी
- राफेल एक ऐसा लड़ाकू विमान है जिसे हर तरह के मिशन पर भेजा जा सकता है। भारतीय वायुसेना की इस पर काफी वक्त से नजर थी।
- इसमें स्काल्प मिसाइल है जो हवा से जमीन पर वार करने में सक्षम है।
- राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है, जबकि स्काल्प की रेंज 300 किलोमीटर है।
- विमान में फ्यूल क्षमता- 17,000 किलोग्राम है।
- यह एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसकी फ्यूल कपैसिटी 17 हजार किलोग्राम है।
- चूंकि राफेल जेट हर तरह के मौसम में एक साथ कई काम करने में सक्षम है, इसलिए इसे मल्टिरोल फाइटर एयरक्राफ्ट के नाम से भी जाना जाता है।
- यह ऐंटी शिप अटैक से लेकर परमाणु अटैक, क्लोज एयर सपॉर्ट और लेजर डायरेक्ट लॉन्ग रेंज मिसाइल अटैक में भी अव्वल है।
- यह 24,494 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम है और 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भी भर सकता है।
- इसकी स्पीड 2,222 किलोमीटर प्रति घंटा है।
भारत को मिलने वाले राफेट जेट में होंगे ये 6 बदलाव
- इन्फ्रा-रेड सर्च
- ट्रैकिंग सिस्टम
- ट्रैकिंग सिस्टम
- इजरायली हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले
- राडार वॉर्निंग रिसीवर्स
- लो बैंड जैमर्स
- 10 घंटे का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग सिस्टम
बता दें कि भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू जेट की खरीद के लिए लगभग 58,000 करोड़ रुपये की एक इंटर गवर्नमेंटल अग्रीमेंट पर साइन किए थे। डील के अनुसार, कॉन्ट्रेक्ट पर हस्ताक्षर किए जाने की तारीख से 67 महीने में जेट की डिलीवरी पूरी होनी है। ये फाइटर जेट कई शक्तिशाली हथियारों और मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है।
Created On :   8 Oct 2019 11:49 AM GMT