यूक्रेन के सामने नरम पड़े पुतिन, कीव से हटने लगी रूसी सेना! जानें क्या है पुतिन का इरादा?
- रूस ने यूक्रेन में सैन्य अभियानों को धीमा करने का किया ऐलान
डिजिटल डेस्क, कीव। यूक्रेन और रूस के बीच 35 दिनों से भीषण युद्ध जारी है। हालांकि इसी बीच खबर आ रही है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कुछ नरमी के संकेत दिए हैं। उन्होंने कीव के पास से सेना हटाने का ऐलान किया है। रूस के उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने कहा कि यह फैसला यूक्रेन के साथ बातचीत के बाद बेहतर माहौल बनाने के लिए किया गया है। वैसे, पुतिन के इस कदम के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।
कीव और चेर्निहाइव में सैन्य गतिविधि कम करने का फैसला
रूस की सरकारी मीडिया आरआईए के मुताबिक, रूसी रक्षा मंत्रालय ने कीव और चेर्निहाइव में सैन्य गतिविधि कम करने का ऐलान किया है। रूसी मंत्रालय के टेलीग्राम चैनल पर भी बताया गया है कि रूस का इरादा यूक्रेन के शहरी क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों को कम किया जाए। रूसी उप रक्षा फोमिन ने कहा कि तुर्की में जारी बातचीत में यूक्रेन ने तटस्थ रहने और परमाणु हथियार न बनाने का वादा किया है। जिसके कारण हमने कीव के आसपास के इलाकों में सैन्य गतिविधियां कम करने का फैसला किया है।
यूक्रेन का दावा रूस से हटकर
यूक्रेनी अधिकारियों ने दावा किया है कि रूसी सैनिक अपने लक्ष्यों को पाने में नाकाम रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें सेना वापस बुलाने की जरूरत पड़ रही है। अब संभावना यही जताई जा रही है कि जल्द ही रूस अपने नरम तेवर दिखाकर यूक्रेन के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर कर सकता है। गौरतलब है कि युद्ध के कारण दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में देश के आर्थिक हालात सुधारने का दबाव रूस और यूक्रेन दोनों पर बढ़ता जा रहा है।
यूक्रेन ने भी सेना हटाने की पुष्टि की
यूक्रेन ने रूस द्वारा सैन्य गतिविधियां कम करने के ऐलान की पुष्टि फेसबुक पोस्ट के जरिए की है। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि रूसी सेना कीव के बाहरी इलाकों से पीछे हट रही है। देश की राजधानी के ऊपर उनके हमले भी पहले की अपेक्षा काफी कम हुए हैं। यूक्रेनी सेना ने मंगलवार को एक आधिकारिक फेसबुक अपडेट में कहा कि रूसी सेना अपने आक्रामक अभियान के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाई है। ऐसे में उनके सेना की कुछ इकाइयां शहर के बाहरी इलाके से पीछे हट रही है।
जानें पुतिन का इरादा
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में रूस की तरफ से सैन्य गतिविधियां कम करने के ऐलान के बाद अंतर्राष्ट्रीय जगत में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। लोगों का मानना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जानते हैं कि यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा काफी खूनी होगा। ऐसे में रूस समर्थक देशों के बीच भी उनकी साख पर बड़ा असर हो सकता है।
सेना हटाने के फैसले के बाद पुतिन दुनिया को यह दिखाना चाहते हैं कि वे यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को लेकर काफी गंभीर हैं। दूसरी तरफ यूक्रेन में रूसी सेना की नाकामयाबी को इस ऐलान से छिपाया जा सकता है। गौरतलब है कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के फैसले के बाद आशंका जताई जा रही थी कि 24 से 48 घंटे में कीव पर रूस कब्जा जमा लेगा। लेकिन यूक्रेनी सेना के जबरदस्त जवाबी कार्रवाई के के कारण 35 दिन बाद भी रूस को सफलता नहीं मिल पाई।
Created On :   30 March 2022 4:59 PM IST