आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में सड़कों पर उतरी जनता, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने की आपातकाल की घोषणा
- श्रीलंका अब तक के इतिहास में सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। श्रीलंका में बीते कुछ दिनों से जनता सड़को पर उतर कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर रही है। प्रर्दशन को रोकने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। यह आपातकाल 1 अप्रैल से लागू रहेगा।आपातकाल के लागू होते ही राष्ट्रपति को अपार शक्तियां मिल गई हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति कार्यालय से जारी आदेश में बताया गया है कि देश में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई, और कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। आपातकाल को पूरे देश में लागू किया गया है।
दरअसल श्रीलंका की जनता बिजली सप्लाई और खाने पीने की चीजों से जूझ रही है। खासकर राजधानी कोलंबो में जनता 13-13 घंटों के पावर कट से परेशान है। श्रीलंका में खाद्य साम्रागी के दाम आसमान छू रहे है। यहां हाल यह है कि पैरासीटामाल की 10 गोलियों वाला एक पत्ता 450 रूपये तक बेचा जा रहा है। इन्ही वजह से जनता सड़को पर उतरकर प्रदर्शन कर रही है और राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रही है। बता दें आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि श्रीलंका अब तक के इतिहास में सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।
बता दें परेशानियों का सामना कर रही श्रीलंका की जनता ने शुक्रवार को कोलंबो की सड़को पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में लोगों ने राष्ट्रपति के घर की ओर रैली निकाली। भीड़ राष्ट्रपति के घर की ओर बढ़ रही थी इसी दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई जिसके बाद 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। बेकाबू प्रदर्शन कारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। वहीं राष्ट्रपति राजपक्षे के कार्यालय ने प्रदर्शन के दौरान हिंसा के लिए हजारों प्रदर्शनकारियों के भीतर "संगठित चरमपंथियों" को दोषी ठहराया है।
Created On :   2 April 2022 9:49 AM IST